मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, अनुमानित पांच करोड़ छात्र स्कूल स्तर पर संस्कृत का अध्ययन करते हैं जबकि 10 लाख के करीब उच्च स्तर की शिक्षा में.
लड़कियों को टोल कलेक्टर में इसलिए भर्ती किया गया था कि इससे गाली-गलौच में कमी आएगी. लोग लड़की को देखकर ठीक तरीके से बात करेंगे, लेकिन उनके साथ ज़्यादा बदतमीजी की जाती है.
जम्मू कश्मीर में कई तरह के शरणार्थी हैं. इनमें पश्चिमी पाकिस्तानी से आए, पाक अधिकृत कश्मीर से आने वाले और 1965-1971 के भारत-पाक युद्धों के कारण बने शरणार्थी शामिल हैं.
भारत अपने पूरब में स्थित आर्थिक शक्तियों से जुड़ना चाहता है तो उसे एक ऐसी ही दुनिया बनने की कल्पना करनी चाहिए जैसी दुनिया 19वीं सदी के कोलकाता की थी. वैश्विक भारत केवल नौकरशाही वाली व्यवस्थाओं से नहीं बनेगा, उसके लिए कल्पना की परियोजना की ज़रूरत होगी.