इस हड़ताल में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के 50 से ज्यादा यातायात संगठन और यूनियन हिस्सा लिए. 17 सितंबर को इन संगठनों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था.
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में ईसाई समुदाय से आने वाले एक व्यक्ति को मंत्रिमंडल में जगह दी थी. लेकिन दूसरे कार्यकाल में किसी भी ईसाई को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया.
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक ऐसे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जिसका इस्तेमाल भारतीय सेना व सुरक्षा बलों के जवानों व अधिकारियों को हनीट्रैप में फंसाने के लिए किया जाता था.
पश्चिम बंगाल में ‘घुसपैठिये’ या ‘तुष्टीकरण’ जैसे शब्द बहुत कम सुनाई पड़ते हैं, न ही ‘मंगलसूत्र’ या अमित शाह द्वारा ममता बनर्जी के ‘मां, माटी, मानुष’ नारे को ‘मुल्ला, मदरसा, माफिया’ में बदलने जैसे वाक्या सुनाई देते हैं.