भारत और यूएई के बीच चल रही व्यापार वार्त्ता में हुई प्रगति के बारे में बोलते हुए पटेल ने कहा, ‘दोनों पक्षों की ओर से उच्चतम स्तर पर, व्यापार और आर्थिक रिश्ते बढ़ाने के लिए एक मज़बूत प्रतिबद्धता है, और सीईपीए इसी आपसी प्रतिबद्धता का सबूत है’.
रिपोर्ट कहती है कि मध्यम आकार की कंपनियों का राजस्व तिमाही के दौरान 5-6 प्रतिशत बढ़ सकता है. हालांकि, ये कंपनियां सालाना आधार पर 20 से 34 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज करेंगी.
गवर्नर शक्तिकांत दास ने स्वीकार किया कि लागत बढ़ने की वजह से उत्पन्न मुद्रास्फीति को लेकर चिंता बनी हुई है. उन्होंने खाद्य और ऊर्जा कीमतों को काबू में लाने के लिये आपूर्ति के मोर्चे पर ठोस उपाय करने का आह्वान किया.