कंपनी ने बताया कि इस वैक्सीन के पहले चरण का परीक्षण सेंट लुइस विश्वविद्यालय की इकाई में होगा, जबकि नियामक मंजूरियां हासिल करने के बाद भारत बायोटेक अन्य चरणों का परीक्षण भारत में भी करेगी.
राजकोट में कोविड के बढ़ते मामलों के अलावा 'मानसिक रूप से अस्थिर' रोगी से डील करने के मामले में सिविल अस्पताल विवादों से निपट रहा है और एक शव को छोड़ने के बाद वापस क्यों बुलाया गया.
पंजाब के 22 जिलों में सबसे अधिक आबादी वाले लुधियाना जिले में केवल दो सरकारी अस्पताल हैं. औद्योगिक हब में सबसे अधिक कोरोना से मौत और अधिकांश मामलों को दर्ज किया गया है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में 20 सितम्बर तक कुल 6,43,92,594 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई है. मंत्रालय के अनुसार मृत्यु दर गिरकर 1.6 प्रतिशत हो गई है. देश में अभी 10,03,299 मरीजों का कोरोनावायरस का इलाज जारी है, जो कुल मामलों का 18.28 प्रतिशत है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 23,000 मरीज महाराष्ट्र में ठीक हुए हैं जबकि कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में 10-10 हजार मरीज संक्रमण से उबरे हैं.
अधिकारियों का कहना है कि यह कदम जिला अस्पतालों में अधिक विशेषज्ञों की मौजूदगी सुनिश्चित करेगा और साथ ही पीजी छात्रों को भी जिला स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर ढंग से समझने में आसानी होगी.
यह समझ से परे है कि भाजपा जब भारत की सबसे मज़बूत पार्टी की स्थिति में है, तब वह जाति जनगणना जैसे विघटनकारी कदम को क्यों उठाए. अगर राहुल गांधी जैसे विपक्षी नेता ऐसी विघटनकारी राजनीति करते हैं, तो बात समझ में आती है. वे भाजपा के राजनीतिक प्रभुत्व को तोड़ने के लिए बेताब हैं, लेकिन भाजपा क्यों?