भारत सोमवार तक कोविड से मौत के मामले में टॉप तीन देशों में शामिल था. अमेरिका में 2.02 लाख मौतें दर्ज की गईं, ब्राजील में यह संख्या 1.41 लाख थी. इस बीच, भारत में 94,503 लोगों की मौत हुई.
वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आरआरटी में मरीजों के इलाज के लिए एक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट (संवेदनाहरण विज्ञान विशेषज्ञ) और मेडिसिन विभाग का एक विशेषज्ञ होगा.
जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार इससे सबसे अधिक करीब 2,05,000 लोगों की मौत अमेरिका में हुई है. अमेरिका के बाद ब्राजील में करीब 1,42,000 और तीसरे नंबर पर भारत में 96 हजार से अधिक लोगों की मौत वायरस से अभी तक हो चुकी है.
सामाजिक दूरी का पालन नहीं करने पर शहर के 11 जिलों में 1,100 लोगों को पकड़ा गया और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के लिए पांच सौ लोगों पर जुर्माना लगाया गया.
संस्थान के कुसुमा स्कूल ऑफ बायलॉजिकल साइंस के अनुसंधान में 23 स्वीकृत दवाओं के संयोजन का अध्ययन किया गया, जिसमें कोरोना वायरस के उपचार विकल्प होने के संकेत मिले.
कोविड मौतों में उछाल के लिए डॉक्टर्स, बुज़ुर्गों की अधिक संख्या और दूसरी बीमारियों वाले संक्रमित मरीज़ों को ज़िम्मेदार मानते हैं. उनका कहना है कि मामलों में कमी आने के साथ, आने वाले हफ्तों में मृत्यु दर भी घटेगी.
मंत्रालय ने बताया कि अब तक देश में कोरोनावायरस संक्रमण के लिए सात करोड़ नमूनों की जांच हो चुकी है. वहीं देश में प्रतिदिन जांच की क्षमता 14 लाख के पार चली गई है.
‘वन नेशन, वन हेल्थ सिस्टम’ की परिकल्पना 2017 और 2020 में मोदी सरकार द्वारा लाई गई राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी शामिल थी. इसे लागू करने के लिए कमेटी बनी हुई है.
अगर भागवत का समावेशिता का आह्वान वास्तविक है, तो उन्हें अपने वैचारिक पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर विघटनकारी तत्वों के खिलाफ निर्णायक रूप से कार्रवाई करनी चाहिए.
नयी दिल्ली, छह जनवरी (भाषा) भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कर्नाटक में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो मामलों की पुष्टि की है।...