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बुधवार, 16 अप्रैल, 2025
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‘हर वक्त स्ट्रैस, आठ से बढ़कर 12 घंटे काम’ — PSU बैंक कर्मचारी की सरकारी नौकरी नहीं है आसान

सरकारी बैंक के कर्मचारी म्यूचुअल फंड, बीमा बेचते हैं और कभी लॉग आउट नहीं करते. उनके पास मुश्किल टारगेट और ‘हर महीने बेस्ट परफॉर्मेंस’ के प्राइज़ का स्ट्रेस भी है.

बिहार में ज़मीन सर्वे के काम में कैसे बाधा बन रही है 1000 साल पुरानी कैथी लिपि

बिहार के सिविल इंजीनियर और सर्वेक्षक 2025 की भूमि सर्वेक्षण की समय-सीमा के पहले काम को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा अनिवार्य कैथी क्रैश कोर्स कर रहे हैं. ‘इसे सीखे बिना काम नहीं हो सकता.’

‘न नमक, न महिलाएं और 41 दिन की कड़ी तपस्या’ — पानीपत में पुरुष कैसे बनते हैं हनुमान

हर दशहरे पर यह हनुमान स्वरूप प्रकरण पानीपत में होता है, जो आम लोगों को भक्ति और विद्रोह के प्रतीक में बदल देती है. यह एक परपंरा है.

‘घर-ज़मीन बेच देता’ — कानूनी लड़ाई के बाद SC की मदद से दलित छात्र को मिला IIT-धनबाद में दाखिला

मुजफ्फरनगर के अतुल कुमार को आईआईटी धनबाद में दाखिले के लिए झारखंड और मद्रास हाई कोर्ट के अलावा सुप्रीम कोर्ट से भी गुजरना पड़ा क्योंकि वे 17,500 रुपये की फीस भरने की समय सीमा पूरी होने से महज़ कुछ सेकंड से चूक गए थे.

शैलजा पाईक को मिला 8 लाख डॉलर का मैकऑर्थर अवॉर्ड, ‘जीनियस’ ग्रांट पाने वाली बनीं पहली दलित

शैलजा पाईक को मिलने वाली यह छात्रवृत्ति आधुनिक भारत में दलित अध्ययन, लिंग और कामुकता की व्याख्या करने पर केंद्रित है.

‘किसी भी कीमत पर चाहिए VC का इस्तीफा’ — पटियाला की RGNUL के महिला हॉस्टल में अचानक जांच पर क्या है विवाद

छात्रों ने मीडिया से बात की, लेकिन छाते के पीछे छिपकर. वह मुश्किल स्थिति में हैं — कॉलेज अधिकारियों के गुस्से से बचते हुए सरकार के सामने अपनी चिंताएं व्यक्त करने की कोशिश कर रहे हैं.

राजस्थान के सीदड़ा गांव में सरकारी नौकरी का ज़रिया है उर्दू सीखना, इसकी अहमियत अंग्रेज़ी से भी ज्यादा

‘यहां एक भी मुस्लिम स्टूडेंट नहीं है’, सीदड़ा गांव इस इलाके का उर्दू ‘इन्फ्लुएंसर’ बन गया है.

अनाज मंडी, आदिवासी हॉस्टल और स्कूलों से क्यों चल रहे हैं राजस्थान के 17 नए जिले

राजस्थान के 17 नए जिलों के गठन के एक साल बाद, वो भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक युद्ध का मैदान बन गए हैं, लेकिन रिव्यू पैनल की रिपोर्ट पर कार्रवाई अभी भी लंबित है.

लोगों के दिलों पर राज करने वाले बलराज साहनी कैमरे के सामने कांपते थे, एक्टिंग में थी आत्मविश्वास की कमी!

थ्री आर्ट्स क्लब द्वारा बलराज साहनी की 1972 की आत्मकथा, 'फ्लैशबैक: द स्टोरी ऑफ बलराज साहनी' का नाट्य वाचन न सिर्फ एक प्रेमपूर्ण श्रद्धांजलि है बल्कि यह याद दिलाता है कि लोगों की समझ किस तरह वास्तविकता से बहुत अलग हो सकती है.

‘ब्रह्म मुहूर्त में उठना, ब्रजवासी बनना’ — जानिए कौन हैं भारत के सबसे युवा आध्यात्मिक बाबा अभिनव अरोड़ा

दस-वर्षीय अभिनव अरोड़ा के शिक्षक उन्हें खाली समय में भजन गाने के लिए कहते हैं. उनकी कक्षा का हर बच्चा उनके साथ बैठना चाहता है — उन्हें रोस्टर बनाना पड़ता है.

मत-विमत

चीन-अमेरिका व्यापार युद्ध क्या WW2 में हुए जापान-अमेरिका जंग की तरह फौजी जंग में तब्दील होगा?

अमेरिकी प्रतिबंधों और प्रतिबंधात्मक व्यापारिक नीतियों से खतरा महसूस करते हुए जापान ने संसाधनों तक अपनी पहुंच सुरक्षित करने के लिए इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपना विस्तार करने की कोशिश की. इसी वजह से उसने दिसंबर 1941 में पर्ल हार्बर पर हमला कर दिया था.

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राजनीति

देश

लेप्चा बेंत पुल परंपरा को संरक्षित करने के लिए सिक्किम सरकार और यूनेस्को साथ आए

गंगटोक, 16 अप्रैल (भाषा) सिक्किम सरकार और संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने पारंपरिक लेप्चा बेंत पुल या ‘रु-सोम’ की कला...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.