मणिपुर में जातीय संघर्ष भड़कने के आठ महीने बाद भी राज्य में व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षाकर्मी वहां तैनात हैं, जहां शांति बनाए रखना अभी भी मुश्किल काम है.
शिक्षा के अपर मुख्य सचिव के रूप में पाठक के ‘अलोकतांत्रिक’ कदम बिहार में कुख्यात हैं. वे शिक्षकों को निलंबित करते हैं, सैलरी में कटौती करते हैं और अनुपस्थित स्टूडेंट्स के नाम भी काट देते हैं.
शूटाउन, फेंग टे, पोउ चेन और होंग फू जैसी ताइवान की दिग्गज कंपनियां तमिलनाडु में बड़ी गैर-चमड़ा जूता फैक्ट्रियां स्थापित कर रही हैं. उद्योग जगत के नेताओं का कहना है कि भारत में बने जूते दुनिया भर में छा जाएंगे.
गिग सेक्टर फलफूल रहा है, लेकिन ऐप कंपनियों से घटते प्रोत्साहन, ईंधन की आसमान छूती कीमतें और पाॅलिसी की कमियों ने इन ड्राइवरों को कर्ज के दुःस्वप्न में धकेल दिया है.
गुरुग्राम स्थित डेविल बाउंसर के मालिक सनी ने कहा कि एनसीआर के ज्यादातर बाउंसर अपने पासपोर्ट वेरीफाई नहीं करा पाते हैं क्योंकि वो लड़ाई-झगड़े में लगे रहते हैं.
भारतीय कुश्ती के आंदोलन ने अनजाने में युवा पहलवानों को बहुत नुकसान पहुंचाया है, और रद्द की गई प्रतियोगिताएं अब उनके खेल करियर और नौकरी की संभावनाओं को खतरे में डाल रही हैं.
हिंदू पीड़ित होने की धारणा मुख्य रूप से 1980 के दशक की बनाई हुई है, जिसे एलके आडवाणी ने चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल किया और फिर इसे बदलकर आम जनता तक पहुंचा दिया.