पार्टी ने 52 नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा है. उनके मुताबिक 189 उम्मीदवारों की सूची में 32 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से हैं जबकि 30 अनुसूचित जाति और 16 अनुसूचित जनजाति वर्ग से हैं.
कांग्रेस आलाकमान चुनाव से बमुश्किल आठ महीने पहले राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के लिए इच्छुक नहीं दिख रहा है. सचिन पायलट कैच-22 की स्थिति में फिर पहुंच गए हैं.
2018 में कांग्रेस ने पांच हज़ार मतों के अंतर से 30 में से 18 सीटें जीतीं. वहीं, बीजेपी ने 8 और जेडी (एस) ने 3 सीटें जीतीं थीं. छोटे दलों की एंट्री और लिंगायत फैक्टर भी यहां हार-जीत में भूमिका तय कर सकते हैं.
AIMIM फिलहाल SDPI, KRPP, AAP जैसे कई अन्य छोटे दलों के उस गुट में शामिल होती दिखाई दे रही है, जिन्होंने इस बार चुनाव लड़ने का फैसला किया है. कांग्रेस विधायक ने माना कि छोटी पार्टियां तकरीबन 50 सीटों पर वोटों को बंटवा सकती हैं.
सियासत, व्यवसाय के माहौल से उनकी निराशा, उद्यमशीलता से लेकर टेक्नोलॉजी और विमानन के मामले में उनके प्रेरक विचारों, और दान-परोपकार आदि पर हुई बातों के बीच हमने पाया कि हम दोनों को डॉग्स को पैट बनाने का शौक है.
श्रीनगर, 11 अक्टूबर (भाषा) जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री पद के लिए मनोनीत उमर अब्दुल्ला ने यहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात कर शुक्रवार को नेशनल...