ज्ञानोत्सव में मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक के संबोधन में संकेत मिले कि नई शिक्षा नीति में संघ का प्रभाव होगा. वहीं हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मुहिम तेज़ हो सकती है.
हिंदी के सरकारी शब्दकोशों में बिना शोरगुल के नए शब्द शामिल किए जाते हैं. ना तो इस विषय में कोई घोषणा की जाती है, ना ही इस प्रक्रिया का कोई रिकॉर्ड रखा जाता है.
आईआईएमसी में उर्दू पत्रकारिता की 15 सीटें हैं. इस साल बस तीन सीटें ही भर पाई. जब से कोर्स शुरू हुआ तब से कभी सभी सीटें नहीं भरीं. जानिए, ऐसा क्यों होता है
एक तरफ भोपाल कोर्ट ने पूर्व वीसी कुठियाला को भगोड़ा घोषित कर दिया, वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को ख़ारिज कर दिया है.
दक्षिणपंथी पक्ष के मुताबिक अंग्रेज़ी विभाग द्वारा ही तैयार किए गए पाठ्यक्रम में बताया गया कि भगवान विष्णु, शिव, कार्तिकेय और गणेश एलजीबीटी थे. हालांकि, ऐसे आरोपों को अंग्रेज़ी विभाग ने सिरे से ख़ारिज किया है.
सूबे में कांग्रेस की कमान 80 साल से भी अधिक उम्र की शीला दीक्षित के हाथों में है जिन्हें अपनी मदद के लिए तीन कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने पड़ रहे हैं.
खालिद अहमद संपादक, लेखक, भाषाविद, अखबार के दफ्तर के रहनुमा, एक सच्चे और दुर्लभ सेकुलर अनीश्वरवादी और शायद नास्तिक शख्स थे और मेरे कई मुस्लिम मित्रों में निश्चित रूप से अकेले ऐसे शख्स थे और वह कोई वामपंथी भी नहीं थे, दूर-दूर तक नहीं.