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Tuesday, 16 December, 2025
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जब चीनी सेना 58 साल पहले गलवान चौकी से ‘पीछे हटी’ थी तब असल में क्या हुआ था

1962 के भारत-चीन युद्ध के कई महीने पहले भारत की एक फौजी प्लाटून चारों तरफ से घिर जाने के बावजूद गलवान चौकी पर डटी रही थी और चीनियों को करीब 200 मीटर पीछे हटना पड़ा था.

भारतीय सेना लद्दाख से सैन्य वापसी के दौरान चीन को लेकर क्यों सतर्क है

1962 में चीन ने भारत को धोखे में रखकर सीधे तौर पर पूर्ण युद्ध छेड़ दिया था. हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि चीन अब भारत को उस तरह हतप्रभ नहीं कर सकता क्योंकि सेना ने एलएसी के पास मौजूदगी बढ़ा ली है.

राजनाथ के लद्दाख़ दौरे के फोटो से खुला, स्पेशल बलों की दो ‘ख़ुफिया’ ख़रीदारियों का राज़

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के शुक्रवार के लद्दाख दौरे की फोटो से, लड़ाई में बढ़त लेने के लिए, सेना की पैरा स्पेशल फोर्सेज़ की, हाल की ख़रीदारियों का पता चलता है.

अब भारत में बनेंगी दो नई इज़राइली असॉल्ट राइफ़लें- एराड और कार्मेल

असॉल्ट राइफल्स मेक इन इंडिया पहल के तहत मध्य प्रदेश में, संयुक्त उपक्रम पीएलआर सिस्टम्स द्वारा बनाई जाएंगी, जो पहले से ही टेवर जैसे हथियार बना रहे हैं.

अगले हफ्ते मिलेंगे भारत और चीन के कोर कमांडर्स, डिसएंगेजमेंट के अगले राउंड पर होगी चर्चा

कोर कमांडर्स की मीटिंग का एजेंडा, इंडिया-चाइना वर्किंग मिकैनिज़्म फॉर कंसल्टेशन एंड को-ऑर्डिनेशन की मीटिंग के बाद तय किया जाएगा, जिसके शुक्रवार को होने की संभावना है.

चीन के सरकारी ब्रॉडकास्टर का दावा- एलएसी में गतिरोध अप्रैल में शुरू हुआ, मई में 5000 सैनिक पैंगोंग भेजे

सीजीटीएन द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट भारत के साथ तनाव के बीच पैंगोंग लेक क्षेत्र में तैनात गए सैनिकों की संख्या को लेकर चीन की पहली स्वीकोरिक्त है.

मोदी सरकार को चीन की कार्रवाई पर स्पष्ट रूप से बताना चाहिए, भारत को सूचना युद्ध भी जीतने की जरूरत है

जो हुआ है उसे स्वीकार करने में मोदी सरकार को झिझक नहीं होनी चाहिए. चीन के मुकाबले के लिए एक रणनीतिक संचार योजना की ज़रूरत है जोकि अपने कथानक को आगे बढ़ाता जा रहा है.

2021 के अंत तक एस-400 देगा रूस, लेकिन एलएसी तनाव के बीच मिसाइलों और बमों की आपूर्ति करेगा

यह 400 किमी तक की सीमा के भीतर आने वाले प्रतिरोधी विमान, मिसाइल और यहां तक ​​कि ड्रोन को नष्ट करने में सक्षम है. इसकी ट्रैकिंग क्षमता लगभग 600 किमी. है.

भारत-चीन के कोर कमांडरों के बीच 12 घंटे चली बैठक, एलएसी पर तनाव की स्थिति को लेकर हुई चर्चा

ये मीटिंग मंगलवार रात तक चली. पीएलए के मुखपत्र ने बाद में एक संपादकीय जारी किया, जिसमें 59 चीनी एप्स को बैन करने के लिए, भारत की कड़ी आलोचना की गई.

चीन के एस-400 तैनात, भारत ने भी बदले परिदृश्य में कई बार हवाई अभियानों का युद्धाभ्यास किया

भारत ने 20 मई के बाद से लद्दाख में एयर डिफेंस और रडार सिस्टम और बढ़ाएं हैं जिससे एलएसी पर तैनाती और अन्य गतिविधियों को लेकर भारत की पूरी नजर है.

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