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Monday, 6 May, 2024
होमडिफेंसराजनाथ के लद्दाख़ दौरे के फोटो से खुला, स्पेशल बलों की दो ‘ख़ुफिया’ ख़रीदारियों का राज़

राजनाथ के लद्दाख़ दौरे के फोटो से खुला, स्पेशल बलों की दो ‘ख़ुफिया’ ख़रीदारियों का राज़

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के शुक्रवार के लद्दाख दौरे की फोटो से, लड़ाई में बढ़त लेने के लिए, सेना की पैरा स्पेशल फोर्सेज़ की, हाल की ख़रीदारियों का पता चलता है.

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नई दिल्ली: तीन सेवाओं की स्पेशल फोर्सेज़– सेना की पैरा एसएफ, वायुसेना की गरुड़, और नौसेना की मार्कोस- भारतीय सशस्त्र बलों की सबसे सुसज्जित इकाइयां हैं. कुछ सिस्टम्स जो वो इस्तेमाल करते हैं, वो सार्वजनिक तौर पर पता हैं, लेकिन दूसरे एक रहस्य हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के शुक्रवार के लद्दाख़ दौरे के एक फोटो से, पैरा एसएफ की दो ताज़ा-तरीन ख़रीदारियों का पता चला- फिनिश स्नाइपर रायफल्स और अमेरिकन बलिस्टिक हेल्मेट्स- जिनके बारे में पहले ज़्यादा पता नहीं था.

फोटोग्राफ में .338 सैको स्नाइपर रायफल नज़र आती है. फिनलैण्ड में बनी इस रायफल का शुमार दुनिया की बेहतरीन स्नाइपर्स में होता है. सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया, कि पिछले साल क़रीब 40-50 लंबी दूरी की स्नाइपर रायफल्स ख़रीदी गईं थीं.

ये एक हाथ से चलने वाला, बोल्ट एक्शन हथियार है. ये स्नाइपर रायफल दो वर्जन्स में उपलब्ध है- इसमें .300 विंचेस्टर मैग्नम (7.62 x67 एमएम) और लेपुआ मैग्नम (8.6 x70एमएम) के लिए चैम्बर है- और इसकी रेंज 1,500 मीटर है.


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ये ख़रीद पिछले साल सेना ने दो और स्नाइपर रायफल्स के साथ की थी- इटली में निर्मित बरेटा .338 लेपुआ मैग्नम स्कॉर्पियो टीजीटी, और अमेरिकन .50 कैलिबर एम95, जो बैरेट द्वारा निर्मित थी.

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सूत्रों ने बताया कि इटैलियन और अमेरिकन रायफल्स, नियंत्रण रेखा पर तैनात नियमित सैनिक इस्तेमाल करते हैं, लेकिन फिनिश स्नाइपर ख़ासतौर पर केवल पैरा एसएफ के लिए हैं.

एक और चीज़ जो तस्वीर में नज़र आती है, वो है सेना के एक अधिकारी की हेल्मेट.

ये हेल्मेट अमेरिका में बनी एक्सफिल हाई कट बलिस्टिक हेल्मेट है, जिसमें ज़्यादा ताक़त के लिए एक हाइब्रिड कम्पोज़िट शेल होता है, और जिसमें बेहतरीन फिट के लिए एक अनोखी ज्योमेट्री होती है.

सूत्रों ने कहा कि ये हेल्मेट्स विशिष्ट यूनिट्स के लिए, सीमित संख्या में ख़रीदी गईं थीं. पिछले महीने सेना ने एक लाख ‘एके-47 सुरक्षित’ हेल्मेट्स की ख़रीद प्रक्रिया भी शुरू कर दी- जो दुनियाभर में ऐसी विशिष्ट बलिस्टिक्स हेल्मेट्स की सबसे बड़ी ख़रीद होगी.

सेना की ओर से निर्धारित मानदंड के अनुसार हेल्मेट से, दस मीटर दूरी से, एके-47 7.62 x39 एमएम माइल्ड स्टील कोर, और हार्ड स्टील कोर बुलेट्स से, सुरक्षा मिलनी चाहिए.


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रक्षा मंत्री के लिए शो

अपने दौरे के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सामने, लद्दाख़ में परिचालन क्षमता का भी मुज़ाहिरा किया गया, जिसमें पैरा कमांडोज़, अपाचे अटैक चॉपर्स, सी-130 सुपर हरक्युलिस स्पेशल ऑपरेशंस एयरक्राफ्ट, और टी-90 टैंक्स जैसे बख़्तरबंद उपकरणों के इंटीग्रेटेड ऑपरेशंस दिखाए गए.

इस प्रदर्शन में, 17,000 फीट की ऊंचाई से एक सी-130 विमान से एक पाथफाइंडर कॉम्बैट फ्री फाल भी शामिल था. पाथफाइंडर ड्रॉप एक फ्री फाल होता है, जिसमें सीमित संख्या में कुछ सैनिक विमान से नीचे आते हैं, जो ड्रॉप की जगह का मुआयना करते हैं, और दूसरों के लिए लैण्ड करने की जगह तलाशते हैं.

सैनिक एमआई-17 वी-5 चॉपर्स से भी नीचे फिसले, जिन्हें अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर ने कॉम्बैट एयर पेट्रोल दिया था. ये एक कृत्रिम रेड का हिस्सा था, जिसमें कमांडोज़ को मिकेनाइज़्ड कॉलम्स के साथ लिंक किया गया था.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए क्लिक करें)

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