बिहार विद्यापीठ को जानने वाले लोग कहते हैं कि जब तक डॉ़ राजेंद्र प्रसाद यहां रहे, इस विद्यापीठ की स्थिति सही रही, मगर कालांतर में यह अपनी चमक खोती चली गई.
2014 में फिल्म क्वीन और 2015 में तनु वेड्स मनु रिटर्न्स के रिलीज होते वक्त कंगना रनौत औरतों की चैंपियन बन गई थीं और उनके बयानों ने परंपरागत राष्ट्रवादियों की नींद उड़ा दी थी.
हम जाने-अनजाने में आदिवासियों की एकतरफा और अधूरी तस्वीर बना रहे हैं. उनको शिक्षा प्रयोगों से मिलती है. ये लोग आज भी खरे हैं, उनमें जरा भी मिलावट नहीं है.
राजनीतिक पार्टियां प्रचार-प्रसार की बात हो या वोट मांगने की, वह हर हथकंडे अपना रही हैं. इन दिनों शादी के कार्ड पर वोट मांगने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है.
दशकों से भारतीय रक्षा उद्योग ‘देसी’ कलपुर्ज़े ही देता रहा है. इनमें से ज़्यादातर में बस आयातित पुर्जों की एसेंबलिंग की जाती है और आयात पर गहरी निर्भरता के ऊपर परदा डाल दिया जाता है.