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Friday, 31 January, 2025
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समाज-संस्कृति

पहली बार महिलाओं के लिए शिक्षा का द्वार खोलने वाली सावित्री बाई फुले

हिंदू धर्म, समाज व्यवस्था और परंपरा में शूद्रों-अतिशूद्रों और महिलाओं के लिए तय स्थान को आधुनिक भारत में पहली बार जिस महिला ने संगठित रूप से चुनौती दी, उनका नाम सावित्री बाई फुले हैं.

जब स्कूलों में टीचर ही नहीं हैं तो शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाए

पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म-दिवस के अवसर पर शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है.

इन पांच कारणों से शिक्षक दिवस मनाना बंद कर देना चाहिए

पूरे भारत में शिक्षक दिवस के दिन बच्चों को शिक्षकों का सम्मान करने के लिए ऐसे मजबूर किया जाता है जैसे कि वे ज्ञान की देवी सरस्वती के अवतार हों.

हरियाणा में निर्भया फंड से चलाए जा रहे वन स्टॉप सेंटर बन गए हैं हैरेसमेंट सेंटर

जिस प्रताड़ना से निजात दिलाने के लिए इन केंद्रों को खोला गया था अब ये केंद्र उसी प्रताड़ना का हिस्सा बनकर रह गए हैं.

अमृता प्रीतम के संसार की नींव साहिर ने रखी तो वहीं इमरोज़ ने उसे अपने प्रेम से जीवन भर सींचा

अमृता प्रीतम की लेखनी उनका अपना जिया हुआ संसार था, उनका अपना अनुभव था. ऐसा अनुभव जिसकी साहिर ने नींव रखी थी और जिसे इमरोज ने अपने प्रेम से जीवन भर सींचा था.

महंगी हुई विदेश में पढ़ाई, भारतीय छात्रों का खर्च 44 फीसदी बढ़ा

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की एक हालिया रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2024 तक लगभग 4,00,000 भारतीय छात्र विदेशी यूनिवर्सिटीज में दाखिला लेंगे.

फोन पर वक्त बिताने से न हों परेशान, नहीं पड़ता मानसिक सेहत पर खास असर

क्लिनिकल साइकोलॉजिकल साइंस पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 10 से 15 वर्ष तक के आयु वर्ग के बीच 2,000 से अधिक टीनएजर्स पर परीक्षण किया.

डरने से हिचकिए मत और भरोसा रखिए निर्वाचित राजा लैला को ढूंढ़ लेगा

अमेरिका के विकास की कीमत आर्कटिक में वॉलरस को चुकानी पड़ती है और चीन का वाटर फुट प्रिंट पूर्वी अफ्रीका को अपना कचराघर बना रहा है.

सदियों की तमन्ना का फल है खय्याम का संगीत जिसने लाखों का दिल जीता

खय्याम साहब के संगीत में जीवन का चित्र उभरता था जिसे इंसान अपने जीवन से जोड़कर भी महसूस कर सकता था. यही संगीत उन्हें इस क्षेत्र का नज़ीर बनाता है.

जातिवाद और आंतरिक कलह की शिकार बनी हिंदी, विश्व हिंदी ज्ञानकोश आने में लगे 100 साल

हिन्दी विश्वकोश’ नगेन्द्रनाथ बसु के सम्पादन में 1916 से 1931 के बीच तैयार किया गया था. लेकिन इसे हिंदी का शब्दकोश कहना गलत होगा क्योंकि यह उनके बांग्ला विश्वकोश का ही हिन्दी ट्रांसलेशन था.

मत-विमत

भारतीय पायलटों की ज़िंदगी: थकान, तनाव और कम आय ने बढ़ाई मुश्किलें

जहां विदेशी पायलटों को काफी अधिक वेतन पर रखा जाता है, वहीं भारतीय पायलटों के वेतन पिछले एक दशक से स्थिर हैं, और कोविड-19 महामारी के बाद भत्तों में भी कटौती की गई है.

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राजनीति

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‘आप’ विधायक दिल्ली चुनाव के लिए शिवसेना के संपर्क में थे, लेकिन उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया:शिंदे

मुंबई, 30 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को दावा किया दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.