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Sunday, 24 November, 2024
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समाज-संस्कृति

हरियाणा में निर्भया फंड से चलाए जा रहे वन स्टॉप सेंटर बन गए हैं हैरेसमेंट सेंटर

जिस प्रताड़ना से निजात दिलाने के लिए इन केंद्रों को खोला गया था अब ये केंद्र उसी प्रताड़ना का हिस्सा बनकर रह गए हैं.

अमृता प्रीतम के संसार की नींव साहिर ने रखी तो वहीं इमरोज़ ने उसे अपने प्रेम से जीवन भर सींचा

अमृता प्रीतम की लेखनी उनका अपना जिया हुआ संसार था, उनका अपना अनुभव था. ऐसा अनुभव जिसकी साहिर ने नींव रखी थी और जिसे इमरोज ने अपने प्रेम से जीवन भर सींचा था.

महंगी हुई विदेश में पढ़ाई, भारतीय छात्रों का खर्च 44 फीसदी बढ़ा

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की एक हालिया रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2024 तक लगभग 4,00,000 भारतीय छात्र विदेशी यूनिवर्सिटीज में दाखिला लेंगे.

फोन पर वक्त बिताने से न हों परेशान, नहीं पड़ता मानसिक सेहत पर खास असर

क्लिनिकल साइकोलॉजिकल साइंस पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 10 से 15 वर्ष तक के आयु वर्ग के बीच 2,000 से अधिक टीनएजर्स पर परीक्षण किया.

डरने से हिचकिए मत और भरोसा रखिए निर्वाचित राजा लैला को ढूंढ़ लेगा

अमेरिका के विकास की कीमत आर्कटिक में वॉलरस को चुकानी पड़ती है और चीन का वाटर फुट प्रिंट पूर्वी अफ्रीका को अपना कचराघर बना रहा है.

सदियों की तमन्ना का फल है खय्याम का संगीत जिसने लाखों का दिल जीता

खय्याम साहब के संगीत में जीवन का चित्र उभरता था जिसे इंसान अपने जीवन से जोड़कर भी महसूस कर सकता था. यही संगीत उन्हें इस क्षेत्र का नज़ीर बनाता है.

जातिवाद और आंतरिक कलह की शिकार बनी हिंदी, विश्व हिंदी ज्ञानकोश आने में लगे 100 साल

हिन्दी विश्वकोश’ नगेन्द्रनाथ बसु के सम्पादन में 1916 से 1931 के बीच तैयार किया गया था. लेकिन इसे हिंदी का शब्दकोश कहना गलत होगा क्योंकि यह उनके बांग्ला विश्वकोश का ही हिन्दी ट्रांसलेशन था.

शिक्षा मंत्री ने दिए संकेत- हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मुहीम होगी तेज़, नई शिक्षा नीति पर दिखेगा संघ का प्रभाव

ज्ञानोत्सव में मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक के संबोधन में संकेत मिले कि नई शिक्षा नीति में संघ का प्रभाव होगा. वहीं हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने की मुहिम तेज़ हो सकती है.

‘राजनीति काजल की कोठरी है, जो इसमें जाता है काला होकर निकलता है’

अटल बिहारी वाजपेयी की कविताओं में संघर्ष, उत्साह और वीरता के प्रति उनकी सोच को महसूस किया जा सकता है.

एक सप्ताह में वापस घर आने का वादा करके भीष्म साहनी आज़ादी का जश्न देखने दिल्ली आए थे

सरकारी दफ्तरों पर, पुलिस चौकियों-थानों पर यूनियन जैक की जगह राष्ट्रीय झंडा लहराते हुए देखा जिससे लगता था कि देश सचमुच आज़ाद हो गया है.

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सुप्रिया सुले ने राकांपा (शरदचंद्र पवार) में नयी जान फूंकने का संकल्प लिया

मुंबई, 24 नवंबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-शरदचंद्र पवार की वरिष्ठ नेता सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 10...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.