शनिवार को इंस्टाग्राम पर उन्होंने एक पोस्ट में कहा कि संक्रमण मुक्त होने के बाद उन्होंने यही सोचा कि शरीर को अपने हिसाब से ठीक होने के लिए पर्याप्त वक्त मिलना चाहिए.
हिन्दी के लेखक और कवि क्या 'समझौतावादी' हो रहे हैं और उनकी लेखनी से कौन सी चीज़ गायब है जो समाज की बैचेनी, उसके अंर्तद्वंद को सामने नहीं ला पा रही हैं.
जब आप प्राइम टाइम टीवी न्यूज़ चैनल पर हीं 'मेहुल चोकसी की 'एंटिक्स इन एंटीगुआ एंड डोमिनिका' जैसा थ्रिलर देख सकते हैं तो भला कोई 'सीआईडी' और 'क्राइम पेट्रोल' क्यों देखें?
दिलीप कुमार (98) को रविवार को खार के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था जो गैर-कोविड अस्पताल है. यहां जांच में कुमार को बाइलेट्रल प्ल्यूरल एफ्युजन होने का पता चला था.
आरएसएस और भारतीय राजनीति पर नज़र रखने वाले लोगों को बद्री नारायण की किताब 'रिपब्लिक ऑफ हिंदुत्व' जरूर पढ़नी चाहिए, क्योंकि आरएसएस जैसे बड़े संगठन को सामाजिक और राजनीतिक तौर पर नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता.
19 मई को शो का ट्रेलर रि लीज होने के बाद ट्विटर पर #FamilyMan2AgainstTamils ट्रेंड करने लगा। अब, राज्यसभा सांसद और एमडीएमके के नेता वाइको ने सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखकर नए सीज़न पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
भारत की आज़ादी के बाद 'भारत बनने की कहानी' पर कई बेहतरीन पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं. इन्ही पुस्तकों की सूचि में संदीप बामजई की पुस्तक ‘प्रिंसिस्तान ‘ का नाम भी जुड़ गया है.
देश दुनिया में उत्तर प्रदेश को पहचान दिलाने वाले लेखक व कवि डॉ कुंवर बेचैन की कोविड-19 के संक्रमण की वजह से मृत्यु हुई. उनके निधन से साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई है.
डिजिटल संप्रभुता सिर्फ सरकारी क्लाउड सिस्टम तक सीमित नहीं रह सकती. इसे नेटवर्किंग, सीडीएन, एआई और सुरक्षा की उन परतों तक फैलना होगा, जो पूरी अर्थव्यवस्था में गहराई तक फैली हुई हैं.
लखनऊ, 22 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव...