सरकार की गाइडलाइन के अनुसार महज 100 लोगों को ही एक जगह एकत्रित होने की अनुमति है. कोरोना के संक्रमण को देखते हुए जहां बड़ी रामलीला कमेटियां रामलीला का मंचन नहीं कर रहीं हैं वहीं कुछ ने सोशल मीडिया के माध्यम से घर घर पहुंचने का इंतजाम किया है.
रुकतापुर एक रिपोर्टर की डायरी है जिसके भीतर अनुभवों की एक विशाल दुनिया है. एक नज़रिया है जिससे वो अपने प्रदेश को देख और समझ कर उसकी हकीकत बयान कर रहा है.
पुण्य प्रसून वाजपेयी की किताब 'आरएसएस- संघ का सफर: 100 वर्ष' संघ की विचारधारा, उसके संविधान, सफर, चुनौतियों, हिंदुत्व के प्रश्न, संघ पर लगे प्रतिबंध, संगठन के भीतर के अंतर्विरोधों, राजनीतिक प्रश्न और संघ के बदलते सरोकारों को टटोलने का प्रयास करती है.
पाकिस्तान के लाहौर में 6 दिसंबर 1945 को जन्म लेने वाले कपूर को 'एलिजाबेथ' (1998), 'बैंडिट क्वीन' (1994) और 'द फोर फीदर्स' (2002) के बेहतरीन निर्देशन के लिए जाना जाता है.
सांस्कृतिक राष्ट्रवादियों की दृष्टि अपनी पार्टी का प्रचार, पार्टी नेताओं की पूजा-आरती और दूसरों की निंदा से आगे कभी नहीं जा सकी. यदि वे धर्म और संस्कृति को सर्वोपरि समझते तो उनका रिकॉर्ड बहुत भिन्न रहा होता.
कपिला वात्स्यायन, आईआईसी की आजीवन न्यासी थीं. वह आईआईसी में एशिया परियोजना की अध्यक्ष भी थीं. वात्स्यायन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की संस्थापक निदेशक थीं.
'बंबई में का बा' के जरिए ये बताने की कोशिश की गई है कि कैसे गांव में खस्ताहाल कानून व्यवस्था, जर्जर अस्पताल, खस्ताहाल शिक्षा व्यवस्था और भयानक बेरोज़गारी लोगों को मुंबई जैसे उन महानगरों में आने को मजबूर करती है जहां उनके लिए कुछ भी नहीं.
मुसलमानों में सहज मानवीय भावनाएं भी होती हैं जिस का किसी धर्म-मजहब से लेना-देना नहीं होता या यह गैर-मुस्लिम समाजों की नैतिकता, रीति-रिवाजों का प्रभाव भी होता है.