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Saturday, 22 November, 2025
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समाज-संस्कृति

बालिका वधू की ‘दादी सा’ सुरेखा सीकरी का दिल का दौरा पड़ने से निधन, 3 बार जीत चुकी थीं नेशनल अवार्ड

सीकरी ने ‘तमस’, ‘मम्मो’, ‘सलीम लंगड़े पे मत रो’, ‘ज़ुबेदा’, ‘बधाई हो’ जैसी फिल्में की हैं और धारावाहिक ‘बालिका वधू’ में निभाए उनके ‘दादी सा’ के किरदार को भी काफी लोक्रपियता मिली थी.

‘सब कुछ है, पर कुछ भी नहीं रहा’- सिनेमाई पर्दे पर जीवन की पूरी ट्रेजेडी उतार देने वाले गुरु दत्त

अभिनेता और फिल्मकार गुरु दत्त का सफर अलग रास्तों से गुजरता है, बावजूद इसके रे और दत्त का सिनेमा कई मायनों में एक सी धरातल पर जान पड़ता है.

दिलीप कुमार के निधन पर बड़े नेताओं ने जताया शोक, मनमोहन ने कहा- दिलों-दिमाग पर करते रहेंगे राज

सोनिया ने उनकी पत्नी शायरा बानो को लिखे पत्र में कहा, ‘आपके पति श्री दिलीप कुमार के निधन से भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम युग का अंत हो गया. वह आजीवन किंवदंती रहे और भविष्य में भी रहेंगे. आने वाली पीढ़ियां भी उनकी फिल्में देखेंगी.’

मुंशी प्रेमचंद की जीवनी ‘कलम का सिपाही’: बाल-विधवा कन्या की शादी की अनोखी कहानी

मुंशी प्रेमचंद की जीवनी को उनके पुत्र और लेखक अमृत राय ने लिखा है. उन्होंने लिखा है कि अपने समय को खुली आंखों देखने और निर्भय होकर अपनी राय रखने वाले प्रेमचंद इस जीवनी में हर कोण से प्रकाशित हैं.

दिलीप कुमार को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई, पत्नी सायरा बानो की मौजूदगी में किया गया सुपुर्दे खाक

सांताक्रूज के जुहू कब्रिस्तान में दिलीप कुमार को अंतिम विदाई दिए जाने के समय तोप से सलामी दी गयी जिसके बाद उनके सम्मान में पुलिस बैंड बजाया गया.

कैसे लीडर बन गोपी, क्रांति का तराना गाते हुए संगदिल दिलीप कुमार नया दौर लिखते हुए अमर हो गए

एक लंबा सिलसिला खत्म हो गया, एक ऐतिहासिक और सर्व-समावेशी परंपरा आकर थम गई, बहुआयामी व्यक्तित्व वाली शख्सियत की खूबियां हमारे सामने से गुजरने लगी और न जाने कितनी ही दिल और दिमाग में बिखरी यादों ने सिमटकर एक मूर्त रूप ले लिया- दिलीप कुमार साहब का.

‘दिल में छुपाकर प्यार का तूफान ले चले’- ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार का 98 साल की उम्र में निधन

भारतीय सिनेमा के गोल्डन एरा के शानदार अभिनेताओं में से एक दिलीप कुमार थे. उनका बहुआयामी व्यक्तित्व था. हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी भाषाओं पर उनकी जबरदस्त पकड़ थी.

‘नारीवादी निगाह से’ देखने पर कितनी बदली हुई दिखती है ये दुनिया

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर निवेदिता मेनन अपनी किताब 'नारीवादी निगाह से' में नारीवादी सिद्धांतों की बेहद जटिल अवधारणाओं को विस्तार से बताती हैं.

आमिर खान और किरण राव ने शादी के 15 साल बाद लिया तलाक, ‘को-पैरेंट्स’ की तरह शुरू करेंगे नया सफर

एक संयुक्त बयान में दोनों ने कहा कि फिल्मों, अपने गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) पानी फाउंडेशन तथा अन्य परियोजनाओं के लिए वे साथ मिलकर काम करते रहेंगे.

‘मूर्खता मेरी जन्मजात विरासत थी’- समाज के असंख्य चित्कारों की अभिव्यक्ति थे प्रोफेसर तुलसी राम

'हमारी दलित बस्ती के अनगिनत दलित हजारों दुख-दर्द अपने अंदर लिए मुर्दहिया में दफन हो गए थे. यदि उनमें से किसी की भी आत्मकथा लिखी जाती तो उसका शीर्षक मुर्दहिया ही होता.'

मत-विमत

क्लाउडफ्लेयर आउटेज: भारत के लिए बड़ा अलर्ट — विदेशी डिजिटल सिस्टम पर खतरनाक निर्भरता उजागर

डिजिटल संप्रभुता सिर्फ सरकारी क्लाउड सिस्टम तक सीमित नहीं रह सकती. इसे नेटवर्किंग, सीडीएन, एआई और सुरक्षा की उन परतों तक फैलना होगा, जो पूरी अर्थव्यवस्था में गहराई तक फैली हुई हैं.

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राजनीति

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जनता, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना पहली प्राथमिकता: योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, 21 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता जनता, खासकर महिलाओं की...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.