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Sunday, 5 October, 2025
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समाज-संस्कृति

कोलकाता की गलियों से अचानक गायब हुआ एक युवक, सच की तलाश करते-करते कहां खो जाती है ‘लॉस्ट’

यह फिल्म राजनीति की चालों और दबावों को दिखाती है. पत्रकारिता की नैतिकता और व्यापार की बात करती है. नक्सलवाद के आकर्षण और व्यर्थता पर नज़र डालती है.

भारत के डिस्को किंग बप्पी लाहिड़ी, जिनके गोल्ड पर माइकल जैक्सन भी हो गए थे फिदा

लाहिड़ी हमेशा से सबसे अलग थे और स्टाइलिश तरीके से तैयार होना उन्हें अलग करता था. उनके युग का कोई दूसरा गायक ऐसा नजर नहीं आता जिसका फैशन सेंस इतना बोल्ड या ग्लोबल रहा हो.

हिंदी सिनेमा : 20 साल में 20 रोमांटिक फिल्में जो प्यार का दिलकश अहसास कराती हैं

इन फिल्मों को आप अपने साथी, पति, पत्नी, प्रेमी, प्रेमिका, दोस्त, सखी के साथ देखना पसंद करेंगे और अपने दिल में अहसास करेंगे.

क्रिस्टोफर रिव्यू: मामूट्टी की कॉप थ्रिलर में कोई ख़ास मज़ा नहीं है, बस कैरेक्टर्स की एक लंबी लिस्ट है

एक ऐसी फिल्म, जिसमें महिलाओं को न्याय से वंचित करना उसका मुख्य विषय है, उसमें क्रिस्टोफर उनके अस्तित्व के प्रति असभ्य व्यवहार करता है.

अगर राहुल अडानी के बारे में झूठे दावे कर रहे हैं तो सरकार उन्हें ग़लत साबित क्यों नहीं कर रही है: उर्दू प्रेस

पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.

औरंगजेब के मनसबदार, पिता से बगावत फिर मुगलों के खिलाफ उठाई तलवार, ऐसे रही संभाजी की जिंदगी

संभाजी को पहले एक भव्य तंबू में ले जाया गया, जिसमें एक कार्यालय कक्ष है, एक शयनकक्ष और एक निजी खुला स्नानागार. एक गुलाम धुले कपड़ों का एक सेट लेकर आता है.

आखिर भारतीय इस्लाम क्या चीज है? इसका उदय ब्रिटिश काल के ज़माने में हुआ था

भारतीय इस्लाम का उदय उपनिवेशवाद के ज़माने में हुआ था. इसका सीधा कारण यह था कि ब्रिटिश औपनिवेशिक विमर्श के लिए ‘इस्लाम’ और ‘भारत’ दो बिल्कुल विपरीत चीज़ें थी. ब्रिटिश और अगर व्यापक तौर पर कहें तो युरोपीय औपनिवेशिक ताकतें इस्लाम से सीधे तौर पर परिचित थीं.

उपहार कांड के सच और झूठ की परतों से परदे उठाती ‘ट्रायल बाय फायर’

प्रशांत नायर का निर्देशन काफी असरदार है. कैमरा आपकी बेचैनी बढ़ाता है और लोकेशंस विश्वसनीयता. सीरीज का अंत आपको सुन्न कर देता है और यहीं आकर यह सफल हो जाती है.

उर्दू प्रेस ने कहा कि पहले बजट में मोदी सरकार के किए गए वादे अभी भी लंबित हैं

पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.

स्वातंत्र्य वीर, राष्ट्र-सेवक, सामाजिक जागृति के वाहक, महान पत्रकार पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी

निर्धनों, किसानों व मजदूरों की समस्याओं को उजागर करने तथा सामाजिक जड़ताओं, अंध-परंपराओं एवं कुरीतियों के विरुद्ध सामाजिक जागृति का उद्देश्य लिये पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी का लेखन अपने आप में ही महान् है.

मत-विमत

पाकिस्तान की सोच: किराए पर फौज, अवसरवादी विचारधारा, और राष्ट्रवाद का केंद्र सिर्फ भारत-विरोध

पाकिस्तान की फौज ऊंची बोली लगाने वाले के लिए किराये पर उपलब्ध रही है, चाहे वह मुस्लिम हो या ईसाई. पाकिस्तान कभी किसी मुसलमान की मदद के लिए आगे नहीं आया, चाहे वे फिलस्तीन के हों या गज़ा के; हां, वह शोर जरूर मचाता रहा है.

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उप्र: पुरानी रंजिश में व्यक्ति की गोली मारकर हत्या, आरोपी फरार

शामली (उप्र), पांच अक्टूबर (भाषा) शामली जिले के झिंझाना इलाके में 14 साल पहले हुई अपने पिता की हत्या का बदला लेने के...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.