सान्या ढींगरा 'दिप्रिंट' में रिपोर्टर हैं. ये लैंगिगकता, संस्कृति, पशुओं से जुड़े मसलों पर लिखती हैं. इन्होंने लेडी श्रीराम कॉलेज से समाजशास्त्र की पढ़ाई की है और सामाजिक प्रवृत्तियों तथा विषयों में रुचि रखती हैं.
समस्या फिल्म ‘छावा’ नहीं है. समस्या यह है कि राजनेताओं ने किस तरह से भावनाओं का फायदा उठाया. फिल्म में औरंगजेब की कब्र को तोड़ने की बात नहीं कही गई, बल्कि राजनेताओं ने ऐसा किया.