scorecardresearch
Tuesday, 7 January, 2025

आईएएनएस

895 पोस्ट0 टिप्पणी

मत-विमत

भारतीय कॉर्पोरेट घरानों और उपभोक्ताओं के बीच शक्ति असंतुलन बढ़ता जा रहा है

इसके कारण एक ऐसी व्यवस्था आकार लेती है जिसमें आम नागरिक हाशिये पर धकेल दिया जाता है, जबकि कॉर्पोरेट घराने अपनी मनमर्ज़ी चलाते हैं और समतामूलक संवाद या सच्ची सार्वजनिक जवाबदेही के लिए कम गुंजाइश ही बच पाती है.

वीडियो

राजनीति

देश

महाकुंभ के दौरान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयारी पूरी: बयान

अयोध्या (उप्र), सात जनवरी (भाषा) प्रयागराज में महाकुम्भ के दौरान भगवान श्रीराम की जन्मभूमि और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध शहर अयोध्या में आने वाले...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.