मुंबई: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ उनके, उनके परिवार और उनकी जाति को लेकर कथित तौर पर ‘झूठी और अपमानजनक’ टिप्पणी करने के मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि ज्ञानदेव ने ओशिवारा डिविज़न के सहायक पुलिस आयुक्त से सोमवार को सम्पर्क किया और लिखित शिकायत दी. उन्होंने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम के तहत मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
ज्ञानदेव ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता मलिक ने उनके, उनके परिवार और उनकी जाति को लेकर मीडिया में ‘झूठी और अपमानजनक’ टिप्पणी की है. उन्होंने शिकायत में कहा, ‘हम महार’ समुदाय से नाता रखते हैं जो कि एक अनुसूचित जाति है.’
उन्होंने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम के प्रावधानों और भारतीय दंड संहिता की धारा 503 के तहत मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मलिक अपनी व्यक्तिगत रंजिश के कारण उनकी बेटी यास्मीन की गतिविधियों पर ऑनलाइन ‘नजर रख रहे’ हैं और उसके सोशल मीडिया अकाउंट जैसे कि इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि से उसकी निजी तस्वीरों को लेकर गैरकानूनी रूप से उन्हें प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रसारित कर रहे हैं.
ज्ञानदेव ने बताया कि जब मेरा परिवार मालदीव में था तब मंत्री ने उनकी बेटी और परिवार के सदस्यों के खिलाफ जबरन वसूली में शामिल होने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री ‘सीधे तौर पर धमकी’ दे रहे हैं और अपने दामाद (समीर खान) के खिलाफ दर्ज मामले की जांच को प्रभावित करने के लिए ‘हथकंडे’ अपना रहे हैं.
बता दें कि मलिक के दामाद को जनवरी में कथित ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया था और सितंबर में उन्हें मामले में जमानत मिल गई थी.
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि मलिक, उनके और उनके परिवार के खिलाफ अपनी सभी ताकतों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
ज्ञानदेव वानखेड़े ने कहा कि उनके दावों को साबित करने के लिए उनके पास फुटेज और वो लेख हैं जो मंत्री ने सोशल मीडिया पर साझा किए हैं.
सहायक पुलिस आयुक्त के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि उन्हें ज्ञानदेव वानखेड़े की शिकायत मिली है और कहा कि उसकी जांच जारी है.
ज्ञानदेव वानखेड़े ने मलिक के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया है जिसमें उनके बेटे समीर वानखेड़े और परिवार के खिलाफ संवाददाता सम्मेलन और सोशल मीडिया के जरिए कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए मंत्री से 1.25 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा गया है.
बंबई हाई कोर्ट ने सोमवार को मलिक को इस मामले अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था.
गौरतलब है कि समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एनसीबी की टीम ने पिछले महीने एक क्रूज़ जहाज पर छापेमारी की थी और वहां से ड्रग्स जब्त करने का दावा किया था. इसके बाद मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और 19 अन्य को गिरफ्तार किया गया था.
मलिक ने क्रूज ड्रग्स मामले को ‘फर्जी’ करार दिया है. उन्होंने समीर वानखेड़े के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं जिसमें सरकारी नौकरी पाने के लिए नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल करना भी शामिल है. समीर वानखेड़े ने हालांकि इन सभी आरोपों को खारिज किया है.
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