कोलंबो, 12 अगस्त (भाषा) श्रीलंका के मंत्रिमंडल ने भारत के केरल राज्य में स्थित सबरीमला अयप्पा स्वामी मंदिर की अपने नागरिकों द्वारा की जाने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा को मान्यता देने का फैसला किया है। मंत्रिमंडल ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी।
विज्ञप्ति के मुताबिक, यह निर्णय सोमवार को यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया।
इसमें कहा गया कि हर साल 15,000 से अधिक श्रीलंकाई नागरिक सबरीमला की यात्रा करते हैं और इस तीर्थयात्रा को सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त माना जाएगा।
विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘लंबे समय से श्रीलंकाई श्रद्धालु हर साल एक नवंबर से 31 जनवरी तक भारत के केरल स्थित प्रसिद्ध सबरीमला अयप्पा कोविल (मंदिर) में पूजा करते आ रहे हैं।’’
सबरीमला स्थित अयप्पा मंदिर में वार्षिक मंडल पूजा उत्सव नवंबर और दिसंबर के बीच होता है। इसके बाद, मंदिर मकरविलक्कु तीर्थयात्रा के लिए खुलता है, जो जनवरी में समाप्त होती है। तीर्थयात्रा का सत्र समाप्त होने के बाद मंदिर बंद हो जाता है।
भाषा धीरज नेत्रपाल
नेत्रपाल
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