वाशिंगटन: अमेरिका के शीर्ष चिकित्सा अधिकारी ने कहा है कि हालांकि कोरोनावायरस का ओमीक्रॉन स्वरूप देशभर में तेजी से फैल रहा है, लेकिन शुरुआती संकेत बताते हैं कि यह संभवत: वायरस के डेल्टा स्वरूप से कम खतरनाक है.
डेल्टा के कारण अमेरिकी अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ एंथनी फाउची ने ‘सीएनएन’ के ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ कार्यक्रम पर रविवार को बताया कि ओमीक्रॉन की गंभीरता के बारे में निष्कर्ष निकालने से पहले वैज्ञानिकों को और सूचना एकत्रित करने की आवश्यकता है.
ओमीक्रॉन स्वरूप का पहला मामला दुनिया में सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था. दक्षिण अफ्रीका से प्राप्त खबरों में कहा गया है कि लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की दर तेजी से नहीं बढ़ी है.
फाउची ने कहा कि बाइडन प्रशासन कई अफ्रीकी देशों से यहां आने वाले अन्य देशों के नागरिकों के प्रवेश पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध हटाने पर विचार कर रहा है. क्षेत्र में ओमीक्रॉन स्वरूप के मामले सामने आने के बाद ये प्रतिबंध लागू किए गए थे, लेकिन संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इस प्रकार के कदमों की निंदा की है.
फाउची ने कहा, ‘उम्मीद है कि हम उचित समय में प्रतिबंध को हटा पाएंगे. केवल दक्षिण अफ्रीका ही नहीं, बल्कि अन्य अफ्रीकी देशों को जिस मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है, हमें उसे लेकर बहुत बुरा महसूस करते हैं.’
अमेरिका में ओेमीक्रॉन स्वरूप के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन कोरोनावायरस के अधिकतर मामलों का कारण डेल्टा स्वरूप है. देश में 99 प्रतिशत से अधिक मरीज डेल्टा से संक्रमित हैं. अमेरिका में कोविड-19 से अब तक 7,80,000 से अधिक अमेरिकियों की मौत हो चुकी है.
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