पटना: बिहार में शिक्षा व्यवस्था में पिछले दो दशकों में बड़ा सुधार देखने को मिला है. 2005 के बाद से अब तक राज्य में लगभग 5.80 लाख शिक्षकों की नियुक्ति की गई है. बीपीएससी के माध्यम से तीन चरणों में 2,38,744 शिक्षक बहाल हुए हैं.
छात्र-शिक्षक अनुपात 65:1 से घटकर 32:1 हो गया है। राज्य में कक्षाओं की संख्या 1.43 लाख से बढ़कर 3.80 लाख से अधिक हो गई है. छात्राओं की स्कूलों में भागीदारी 44.1% से बढ़कर 51.4% हो गई है, जो महिला शिक्षा की दिशा में एक अहम कदम है.
स्कूलों से बाहर रहने वाले बच्चों का आंकड़ा 12.5% से घटकर 1% से भी नीचे आ गया है. शिक्षा बजट 2025-26 के लिए 60,964 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है, जो राज्य के कुल राजस्व व्यय का सबसे बड़ा हिस्सा है. ये सभी बदलाव शिक्षा व्यवस्था की मजबूती की ओर इशारा करते हैं.