पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बृहस्पतिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वह केंद्र बनाम राज्य का मुद्दा बना रहे हैं. इससे पहले केजरीवाल ने दावा किया था कि गोवा सरकार केंद्र के दबाव में काम कर रही है.
दोनों नेताओं के बीच ट्विटर पर विवाद बुधवार को उस समय शुरू हुआ जब सावंत ने केजरीवाल को सलाह दी कि वह गोवा के बारे में बोलने के बदले राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण को लेकर चिंतित हों.
केजरीवाल ने बृहस्पतिवार सुबह एक ट्वीट में गोवा के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह उन लोगों की सुनें जो रेलवे लाइन के दोहरीकरण का विरोध कर रहे हैं.
It is heartening to hear that @DrPramodPSawant ji. Goans are opposing double tracking project. Kindly hear their voice n #savemollem as they are lungs of Goa. I understand Centre is forcing this project on Goa. Pl stand wid Goans, say NO 2 centre n save Goa from becoming coal hub https://t.co/nxiLNgbOWC
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 12, 2020
केजरीवाल ने कहा कि वह समझते हैं कि केंद्र गोवा पर परियोजना थोप रहा है लेकिन राज्य सरकार को गोवा को ‘कोयला हब’ बनाने की योजना से मना करना चाहिए.
इसके जवाब में सावंत ने ट्वीट किया कि रेलवे पटरियों का दोहरीकरण एक ‘राष्ट्र-निर्माण कवायद’ है.
सावंत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हम गोवा को कोयला हब नहीं बनने देंगे. केंद्र बनाम राज्य का मुद्दा बनाने में आपकी विशेषज्ञता को जानते हुए हम आपकी सलाह पर गौर नहीं करेंगे.’
केजरीवाल ने पिछले दिनों पर्यावरण की रक्षा के लिए गोवा के लोगों की प्रशंसा की थी और राज्य की भाजपा सरकार पर सार्वजनिक विरोध को दबाने का आरोप लगाया था.
कई गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) और विपक्षी दल गोवा में बिजली पारेषण, राष्ट्रीय राजमार्ग विस्तार और रेल लाइनों के दोहरीकरण की तीन परियोजनाओं का विरोध कर रहे हैं.
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