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Monday, 6 May, 2024
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‘जाति जनगणना हिन्दुस्तान का एक्स-रे है’, राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में उठाया OBC का मुद्दा

कांग्रेस नेता ने जाति जनगणना कराने की मांग की ताकि ओबीसी, दलित, आदिवासियों और महिला की आबादी की वास्तविक संख्या सामने आ सके.

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नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक जनसभा में जाति जनगणना का मुद्दा उठाया और इसे हिन्दुस्तान का एक्स-रे बताया. उन्होंने इस दौरान अडानी पर भी निशाना साधा. गांधी ने ये बातें छत्तीसगढ़ में ‘ग्रामीण आवास न्याय योजना’ के शुभारंभ के दौरान कही. राहुल गांधी ने बटन दबाकर इस योजना के तहत 47 हजार से ज्यादा परिवारों को पहली किस्त के तौर पर 118 करोड़ रुपये स्वीकृत किए.

राहुल गांधी ने कहा, “अगर ओबीसी, दलित, आदिवासियों और महिलाओं को उनका हक देना है तो जाति जनगणना कराना ही पड़ेगा. अगर मोदी नहीं कराएंगे तो हमारी सरकार आने पर इसे हम करा देंगे.”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “नरेन्द्र मोदी जहां भी जाते हैं, ओबीसी वर्ग की बात करते हैं. कांग्रेस पार्टी ने जाति जनगणना कराई थी. उसमें हर जाति के कितने लोग हैं, इसका डेटा सरकार के पास पड़ा हुआ है. लेकिन मोदी वह डेटा पब्लिक को नहीं दिखाना चाहते.”

राहुल ने कहा, “मैंने लोकसभा में जाति जनगणना पर बोला, जैसे ही मैंने जाति जनगणना की बात की, कैमरा दूसरी तरफ कर दिया जाता. मैंने एक आंकड़ा निकाला. मैंने देखा कि हिन्दुस्तान की सरकार को एमलए और एमपी नहीं चलाते हैं. हिन्दुस्तान की सरकार के सेक्रेटरीज और कैबिनेट सेक्रेटरीज चलाते हैं. हिन्दुस्तान की सरकार में जो 90 सेक्रेटरीज हैं, वे योजना बनाते हैं और तय करते हैं कि कितना पैसा कहां जाएगा. इन 90 लोगों में मोदी सरकार में केवल 3 सेक्रेटरीज ओबीसी समाज के हैं. और वे 3 लोग हिन्दुस्तान का केवल 5 प्रतिशत बजट कंट्रोल करते हैं. क्या हिन्दुस्तान में सिर्फ 5 प्रतिशत ओबीसी हैं? ये सबसे बड़ा सवाल है और इसका जवाब केवल जाति जनगणना से ही मिल सकता है.”


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राहुल बोले- जाति जनगणना हिन्दुस्तान का एक्स-रे हैं

गांधी ने कहा, “किसी को चोट लगती है तो अस्पताल जाता है. सबसे पहले एक्स-रे होता है. इसी तरह जाति जनगणना हिन्दुस्तान का एक्स-रे है. इससे पूरे देश को पता लग जाएगा कि ओबीसी कितने हैं, दलित कितने हैं, आदिवासी कितने हैं, महिलाएं कितनी हैं. जनरल कास्ट के लोग कितने हैं. और एक बार ये डेटा हिन्दुस्तान की जनता के हाथ में होगा तो फिर देश सब लोगों को साथ लेकर, सब लोगों को भागीदारी देकर आगे चल पाएगा.”

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उन्होंने कहा, “मैंने ये सवाल लोकसभा में पूछा. नरेन्द्र मोदी से पूछा. आप जाति जनगणना से डरते क्यों हो? जाति जनगणना का डेटा सबके सामने रख दो. जो आपकी सरकार की सच्चाई है, हिन्दुस्तान की जनता को दिखा दो. डरो मत. मगर नहीं, उनके मंत्री कहते हैं हमारे पास ओबीसी के विधायक हैं, सांसद हैं.”

राहुल ने कहा, “इन सांसदों से बात करो तो कहते हैं कि उनसे कोई कुछ नहीं पूछता. हम कुछ बोल नहीं सकते. हमें तो यहां मूर्ति जैसे बनाकर रखा हुआ है. असली निर्णय सेक्रेटरीज लेते हैं, ब्यूरोक्रेट्स लेते हैं, नरेंद्र मोदी लेते हैं.”

गांधी ने कहा, “अगर ओबीसी को भागीदारी देनी है, दलितों, आदिवासियों, महिलाओं को भागीदारी देनी है तो जाति जनगणना कराना ही पड़ेगा. और अगर नरेन्द्र मोदी जाति जनगणना नहीं कराएंगे, तो हमारी सरकार आने पर हम करा देंगे.”

विशेष सत्र में राहुल ने उठाया था जाति जनगणना का मुद्दा

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने संसद के विशेष सत्र के दौरान जब महिला आरक्षण पर चर्चा चल रही थी तब उन्होंने कोटे के अंदर कोटे की बात की और इसमें ओबीसी महिलाओं को अलग से शामिल करने को कहा. साथ उन्होंने ओबीसी का मुद्दा उठाते हुए अपनी सरकार के दौरान कराए गए जातिगणना का डेटा जारी करने को कहा और ओबीसी को उनकी आबादी के मुताबिक हक देने की बात कही. इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार में 90 सेक्रेटरीज की बात की थी, जिसमें सिर्फ 3 ओबीसी हैं, जो केवल 5 प्रतिशत बजट को कंट्रोल करते हैं.

राहुल गांधी और बाकी विपक्ष ने जनगणना और परिसीमन की शर्त लगाए बगैर इसे महिला आरक्षण को तुरंत लागू करने को कहा था.

उद्योगपति गौतम अडानी पर निशाना, किसानों की बात की

राहुल गांधी ने कहा, “नरेंद्र मोदी जी रिमोट कंट्रोल का बटन दबाते हैं तो अडानी को मुंबई एयरपोर्ट, रेलवे का कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है. हम बटन दबाते हैं तो किसान को खाते में पैसा मिलता है, अंग्रेजी स्कूल खुलते हैं. BJP बटन दबाती है तो पब्लिक सेक्टर प्राइवेटाइज हो जाता है, आपका जल, जंगल, जमीन अडानी के हवाले हो जाता है.”

गांधी ने कहा, “मैंने संसद में नरेंद्र मोदी जी से पूछा- आपका अडानी से क्या रिश्ता है? जवाब में मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई.”

कांग्रेस नेता ने कहा, “छत्तीसगढ़ सरकार लगातार जनता के हित के लिए काम कर रही है. जनता को एक समृद्ध और सुरक्षित भविष्य देना ही कांग्रेस का लक्ष्य है.”

वहीं, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आवास न्याय सम्मेलन में कहा, “BJP कहती रही कि आवास योजना बंद हो गई, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने आवास योजना कभी बंद नहीं की. राहुल गांधी जी ने अभी बटन दबाया और योजना के हितग्राहियों के खाते में पैसा चला गया. राहुल जी ने हमेशा गरीब, मजदूर और आदिवासियों की बात की है. मैं यह कहना चाहता हूं कि मोदी सरकार पैसा दे या न दें. आज राहुल जी ने पहली किस्त दी है और बाकी किस्त भी कांग्रेस सरकार देगी.”


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