जम्मू, 22 अगस्त (भाषा) केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के बादल फटने और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया तथा कहा कि प्रारंभिक नुकसान का अनुमान लगभग 25 करोड़ रुपये है, जबकि दीर्घकालिक स्थायी पुनर्वास के लिए 100 से 150 करोड़ रुपये की आवश्यकता हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री ने नागरिक समाज से अपील की कि वह प्रशासन की मदद करे ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अवैध अतिक्रमण को रोका जा सके।
सिंह ने प्रभावित परिवारों को वित्तीय और सामग्री सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कठुआ में संवाददाताओं से कहा, “प्रारंभिक नुकसान का अनुमान लगभग 25 करोड़ रुपये है और केंद्र सरकार इस आपदा से निपटने के लिए केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन को किसी भी प्रकार की जरूरी सहायता देने के लिए तैयार है।”
मंत्री ने कहा कि दीर्घकालिक पुनर्वास के खर्च का अनुमान 100 से 150 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है।
सिंह ने कहा कि आपदा में क्षतिग्रस्त घरों को फिर से बनाया जाएगा और उन लोगों को जमीन दी जाएगी जिनके घर बाढ़ में नष्ट हो गए हैं।
राजबाग के जोध घाटी गांव और जंगलोट के बागरा गांव में 18 अगस्त को दो बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में पांच बच्चों समेत चार परिवारों के सात सदस्य मारे गए थे और 15 लोग घायल हुए थे।
सिंह ने गहटी, जांगलोट, भेद ब्लोड और ढोल खद क्षेत्रों का दौरा किया, प्रभावित परिवारों से मिले और उनका हालचाल जाना तथा इस कठिन समय में हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
भाषा राखी नेत्रपाल
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