लखनऊ, एक सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के राजधानी शहर के पॉश इलाके गोमती नगर में हुई गंभीर हिंसा के दो मामलों की जांच में कथित तौर पर ढिलाई बरतने के आरोप में सोमवार को लखनऊ के विभूतिखंड थाने और ‘समिट बिल्डिंग’ पुलिस चौकी के प्रभारी समेत दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि ‘समिट बिल्डिंग’ परिसर के पास कई व्यक्तियों के साथ हुई मारपीट, गोलीबारी और धमकी देने की घटनाओं को लेकर 30 अगस्त को विभूतिखंड थाने में दर्ज की गई दो अलग-अलग प्राथमिकियों के बाद यह कार्रवाई की गई है।
पुलिस के अनुसार, दोनों प्राथमिकियों में मारपीट और जान से मारने की धमकी के आरोप दर्ज हैं। एक मामले में एक शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि एक नाइट क्लब में कुछ लोगों ने उस पर हमला किया, जबकि दूसरे मामले में एक शिकायतकर्ता ने कई लोगों पर उसकी गाड़ी रोकने और उस पर बंदूकों से हमला करने का आरोप लगाया, जिससे वह घायल हो गया।
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा, ‘‘विभूतिखंड के थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह और समिट बिल्डिंग के चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक सूर्यसेन कुमार सिंह को 30 अगस्त, 2025 को विभूतिखंड थाने में दर्ज दो गंभीर आपराधिक मामलों में लापरवाही बरतने और सार्थक कार्रवाई ना करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जा रहा है।’’
बयान में कहा गया है कि दोनों निलंबित अधिकारी दोनों मामलों के संबंध में ‘ठोस कार्रवाई’ करने में विफल रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आगे की जांच जारी है।
लखनऊ स्थित ‘समिट बिल्डिंग’ जिसे कैफे, रेस्तरां और रात्रिकालीन मनोरंजक गतिविधियों (नाइटलाइफ) का केंद्र माना जाता है, लेकिन समय बीतने के साथ यह सार्वजनिक झगड़ों और उपद्रवों के लिए बदनाम हो गया है खासकर देर रात होने वाले झगड़ों के चलते। इसके कारण इस स्थल के आसपास सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को लेकर चिंताएं पैदा हो गई हैं।
भाषा किशोर जफर संतोष
संतोष
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