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Friday, 5 September, 2025
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उत्तराखंड में भूस्खलन से दो की मौत, पांच सितंबर तक चारधाम यात्रा स्थगित

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देहरादून, एक सितंबर (भाषा) उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच केदारनाथ के समीप सोमवार को एक वाहन के भूस्खलन की चपेट में आने उसमें सवार दो श्रद्धालुओं की मौत हो गयी जबकि छह अन्य लोग घायल हो गए। प्रदेश में लगातार वर्षा के मद्देनजर पांच सितंबर तक हेमकुंड साहिब और चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गयी है ।

मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बारिश का ‘रेड अलर्ट’ या आरेंज अलर्ट’ जारी किए जाने के मद्देनजर ज्यादातर जिलों में मंगलवार को भी लगातार दूसरे दिन स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गयी है।

रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के पास हादसा सुबह करीब साढ़े सात बजे हुआ। वहां से गुजर रहा एक वाहन पहाड़ी से अचानक गिरे मलबे और पत्थर की चपेट में आ गया ।

उन्होंने बताया कि घटना में वाहन में सवार एक महिला समेत दो श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई जबकि छह अन्य घायल हो गए । उन्होंने बताया कि घायलों में तीन की हालत गंभीर बनी हुई है ।

मृतकों की पहचान उत्तरकाशी जिले के बड़कोट निवासी रीता (30) और चंद्र सिंह (68) के रूप में हुई है जबकि नवीन सिंह रावत, प्रतिभा (25) और ममता (35) दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए ।

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य सरकार ने चारधाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा पांच सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी है ।

गढ़वाल के आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि भारी बारिश से प्रदेश में कई जगह भूस्खलन और मलबा आने से मार्ग बाधित हो रहे हैं और यात्रियों की सुरक्षा के लिए फिलहाल चारधाम एवं हेमकुंड साहिब यात्रा को पांच सितंबर तक स्थगित रखे जाने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि प्रतिकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए फिलहाल वे यात्रा मार्गों पर प्रस्थान न करें तथा प्रशासन द्वारा जारी परामर्श का पालन करें ।

आयुक्त ने कहा कि मौसम सामान्य होने एवं मार्ग पूरी तरह सुरक्षित पाए जाने के बाद ही यात्राओं को पुनः प्रारम्भ किया जाएगा।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से सोमवार रात जारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में आठ राष्ट्रीय राजमार्गों और आठ राज्य राजमार्गों समेत कुल 314 सड़कें भूस्खलन या मलबा आने के कारण यातायात के लिए बंद हैं।

केंद्रीय जल आयोग के बुलेटिन के अनुसार, भारी बारिश के कारण प्रदेश की सभी छोटी-बड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है । उत्तरकाशी जिले के कथनौर में यमुना नदी और पुरोला में कमला नदी, देहरादून जिले में शालिनी नदी और टिहरी जिले में अगलार नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है ।

इसके अनुसार, रुद्रप्रयाग जिले में अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का स्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया है और वे खतरे के निशाान के पास क्रमश: 626.35 मीटर तथा 625.05 मीटर पर बह रही हैं ।

हरिद्वार और ऋषिकेश दोनों जगहों पर गंगा का जलस्तर बढ़ गया है और प्रशासन लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को नदियों के किनारे न जाने की अपील कर रहा है । ऐसी ही मुनादी रुद्रप्रयाग जिले में अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों के किनारों पर भी की जा रही है ।

मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर मंगलवार के लिए भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है जिसके कारण नैनीताल, उधमसिंह नगर, पौड़ी, टिहरी सहित कई जिलों में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गयी है ।

भाषा दीप्ति शोभना

शोभना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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