मेंगलुरु/बेंगलुरु, 27 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के एक नेता की हत्या के बाद बुधवार को दक्षिण कन्नड़ जिले में कई स्थानों पर तनाव उत्पन्न हो गया। कई जगहों पर पथराव और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की खबरें आयी हैं।
राज्य सरकार ने हत्या के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों अथवा संगठनों को कठोर दंड देने का आश्वासन दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो राज्य सरकार मामले को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंपने में हिचकिचाएगी नहीं।
संघ परिवार ने हत्या के विरोध में बुधवार को पुत्तुर, कदाबा और सुलिया तालुक में बंद का आह्वान किया।
गौरतलब है कि मंगलवार रात को जिला भाजपा युवा मोर्चा समिति के सदस्य प्रवीन नेत्तारू की बेल्लारे में उसकी दुकान के सामने मोटरसाइकिल सवार तीन अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी।
पुलिस ने बताया कि दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे का रहने वाला नेत्तारू मंगलवार देर शाम को अपनी दुकान बंद करने के बाद घर जा रहा था, तभी अज्ञात हमलावरों ने उस पर हमला कर दिया। उसने बचकर भागने की कोशिश की लेकिन सिर पर वार किए जाने के कारण वह जमीन पर गिर गया।
स्थानीय निवासियों ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और खून से लथपथ नेत्तारू को अस्पताल लेकर गयी, जहां चिकित्सकों ने बताया कि अस्पताल लाने से पहले ही उसकी मौत हो गयी है।
इस घटना से आक्रोशित भाजपा और संघ परिवार के समर्थकों तथा कार्यकर्ताओं ने सरकार पर अपना गुस्सा निकाला और आरोप लगाया कि वह हिंदू कार्यकर्ताओं के जीवन की रक्षा के लिए कुछ नहीं कर रही है। इस पर मुख्यमंत्री बोम्मई ने आश्वासन दिया कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी और कहा कि ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है।’’
पुलिस ने बेल्लारे थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया है और विभिन्न पहलुओं से जांच करने तथा दोषियों को पकड़ने के लिए चार दलों का गठन किया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस थाने में कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है।
हत्या के बाद कुछ स्थानों पर सरकारी बसों पर पथराव किए जाने की घटनाएं हुईं। बोलवार में पुत्तुरू से मेंगलुरु जा रही बस पथराव से क्षतिग्रस्त हो गई।
इस बीच, भाजपा कार्यकर्ता का शव एक एम्बुलेंस में उसके पैतृक स्थान नेत्तारू ले जाया गया जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।
मृतक की पत्नी ने एक स्थानीय टेलीविजन चैनल से बातचीत में कहा कि उनके पति निर्दोष थे और किसी भी बेगुनाह के साथ इस प्रकार का ‘‘अन्याय’’ नहीं होना चाहिए जैसा उनके साथ हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे और उनके माता पिता के मना करने के बावजूद वह दिन रात लोगों और समाज के लिए काम करते थे। मैंने आज उन्हें खो दिया, उन्हें कौन वापस लाएगा। उन्होंने समाज के लिए सब कुछ किया ,लेकिन समाज उन्हें बचा नहीं पाया….। मैं नहीं चाहती कि कोई भी ऐसा व्यक्ति जो समाज के लिए काम करता हो उसकी पत्नी अथवा माता पिता मेरी तरह ये दिन देखें। इस संबंध में कदम उठाए जाने चाहिए।’’
अंतिम संस्कार से पहले विभिन्न हिंदू संगठनों के सैकड़ों युवा कार्यकर्ता ‘‘हम न्याय चाहते हैं’’ के नारे लगाते हुए बेल्लारे में एकत्रित हो गए।
पुलिस को पथराव की घटनाओं के बाद उग्र भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
भाजपा नेता को अंतिम विदाई देने पहुंचे दक्षिण कन्नड़ के जिला प्रभारी सुनील कुमार, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नलिन कुमार कटील और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता कल्लादका प्रभाकर भट को लोगों ने घेर लिया।
आक्रोशित युवाओं ने कटील की बताई जा रही कार को भी क्षतिग्रस्त करने की कोशिश की। लेकिन वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप करने पर वे वहां से चले गए लेकिन उन्होंने कार का टायर पंक्चर कर दिया।
इस हत्या के बाद साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। पुलिस ने दोषियों को पकड़ने के लिए चार दल गठित किए हैं।
इस घटना के साम्प्रदायिक रंग लेने का खतरा है। दक्षिणपंथी संगठनों ने संदेह जताया है कि यह हत्या हाल में इसी इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय के एक अन्य युवक की हत्या का प्रतिशोध है।
बाद में पत्रकारों से बातचीत में बोम्मई ने कहा कि चूंकि यह घटना केरल सीमा के समीप हुई है इसलिए कर्नाटक पुलिस वहां अपने समकक्ष से संपर्क में है।
उन्होंने कहा, ‘‘मेंगलुरु के पुलिस अधीक्षक कासरगोड में अपने समकक्ष के संपर्क में हैं और राज्य के डीजी ने केरल के डीजी से बात की है…हम जल्द ही उन्हें पकड़ लेंगे, हमने इसे गंभीरता से लिया है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआत में यह ‘‘पूर्व नियोजित’’ लगता है और अन्य मामलों से इसकी समानताएं मिलती हैं, जिसका अध्ययन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम इसकी जड़ तक जाएंगे।’’
इस घटना से कुछ महीनों पहले शिवमोगा में एक गिरोह ने बजरंग दल के 28 वर्षीय कार्यकर्ता की हत्या कर दी थी।
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि उन्होंने घटना के बारे में मुख्यमंत्री से बात की है और पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पद का एक वरिष्ठ अधिकारी मेंगलुरु जाएगा और जांच की निगरानी करेगा तथा आवश्यक कदम उठाएगा। दोषियों को पकड़ने के साथ ही कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘यह स्वाभाविक है कि एक युवा व्यक्ति को खोने को लेकर आक्रोश होगा लेकिन मैं शांति बनाए रखने का अनुरोध करता हूं।’’
मुख्यमंत्री के सचिव एवं विधायक एम पी रेणुकाचार्य ने हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होने पर इस्तीफा देने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि उनके लिए पद से ज्यादा महत्वपूर्ण हिंदू कार्यकर्ताओं का जीवन है। वह दावणगेरे जिले से होनाली का प्रतिनिधित्व करते हैं।
भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं के चिक्कमंगलुरु तथा अन्य स्थानों पर अपने पदों से इस्तीफा देने की भी खबरें हैं।
कर्नाटक में विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने हत्या की निंदा करते हुए बुधवार को पुलिस से कहा कि वह बिना किसी पक्षपात के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
भाषा
शोभना नरेश
नरेश
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