नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि हमारी एडवायजरीज़ जारी होने के बाद 20,000 से अधिक भारतीय नागरिक यूक्रेन से भारत लौटे चुके है.
Over 20,000 Indians have left the Ukraine border since we issued our advisories. There are more people, but it's reassuring to see that this many people have left #Ukraine: MEA pic.twitter.com/HCsTA31J0V
— ANI (@ANI) March 4, 2022
बागची ने कहा कि अगले 24 घंटों में 16 फ्लाइट्स के भारत पहुंचने के बाद लगभग ऐसे सभी भारतीय भारत पहुंच जाएंगे, जो यूक्रेन बॉर्डर पार करके पड़ोसी देशों में पहुंच गए हैं. कुछ लोग अभी भी यूक्रेन में हैं. हम आगे भी लगातार फ्लाइट शेड्यूल करते रहेंगे.
16 flights scheduled for the next 24 hours.. including IAF's C-17 aircraft: MEA pic.twitter.com/uLMRkHDiX2
— ANI (@ANI) March 4, 2022
यूक्रेन मे घायल हुए भारतीय छात्र के लिए अरिंदम बागची बोले, ‘भारत सरकार हरजोत सिंह के इलाज का खर्च उठाएगी. हम उसकी मेडिकल स्थिति का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.’
Govt of India will be bearing expenses for Harjot Singh's medical treatment (in Kyiv, #Ukraine.) We are trying to ascertain his medical status… Our embassy is trying to get an update on his health status…trying to reach out but facing trouble as it's a conflict zone: MEA pic.twitter.com/lijSf7DcIc
— ANI (@ANI) March 4, 2022
आगे उन्होंने कहा, ‘हम संबंधित पक्षों- यूक्रेन और रूस से आग्रह करते हैं कि कम से कम एक स्थानीय युद्धविराम हो, ताकि हम अपने लोगों, छात्रों को निकाल सकें.
(Evacuation) It looks difficult without a ceasefire. We urge the parties concerned- Ukraine & Russia, to have a local ceasefire at least, so that we can evacuate our people, students: MEA#UkraineRussianWar pic.twitter.com/6chIWsh88i
— ANI (@ANI) March 4, 2022
बागची ने जोर देकर कहा कि, ‘हमें किसी भारतीय को बंधक बनाए जाने की जानकारी नहीं है. वे सिक्युरिटी कारणों से परेशानी का सामना कर रहे हैं, लेकिन बंधक बनाए जाने जैसी कोई स्थिति नहीं है.’
We are reiterating that we are not aware of any Indian being held hostage. They are facing difficulty due to security reasons particulary in Kharkiv, #Ukraine, but no hostage situation: MEA pic.twitter.com/puTiuKYv2E
— ANI (@ANI) March 4, 2022
बागची ने कहा कि, ‘हम ऑपरेशन गंगा को तब तक जारी रखेंगे जब तक कि अंतिम व्यक्ति को बाहर नहीं निकाल लिया जाता. मोटे तौर पर 2000-3000 (अधिक भारतीय) होने की संभावना है, संख्या अलग भी हो सकती है. ‘हमने एक बांग्लादेशी नागरिक को निकाल लिया है और एक नेपाली नागरिक से निकासी के लिए अनुरोध प्राप्त किया है’.
We have evacuated one Bangladeshi national and received request from a Nepalese national for evacuation: MEA pic.twitter.com/xYYl6mjW19
— ANI (@ANI) March 4, 2022
ऑपरेशन गंगा के तहत 48 उड़ानें अब तक यूक्रेन से लगभग 10,348 भारतीयों को लेकर भारत पहुंच चुकी हैं. अगले 24 घंटों में 16 और फ्लाइट शेड्यूल हैं.
गौरतलब है कि एक मार्च को यूक्रेन के खारकीव में गोली लगने से कर्नाटक के छात्र नवीन एसजी की मौत हो गई थी. वह घटना के वक्त अपने और साथी छात्रों के लिए भोजन लेने बाहर निकला था.
24 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैन्य अभियान की घोषणा के बाद संघर्ष तेज करना शुरू कर दिया और अन्य देशों को चेतावनी दी थी कि रूसी कार्रवाई में हस्तक्षेप करने पर उन्हें ऐसे परिणाम भुगतने पड़ेंगे जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे. तब से हजारों यूक्रेनियन, नागरिक और सैनिक मारे जा रहे है.
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