रियासी (जम्मू कश्मीर), 11 जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर के रियासी में आतंकवादियों के हमला का शिकार हुई निजी बस के मालिक सुजान सिंह ने चालक विजय कुमार और परिचालक अरुण कुमार को शहीद का दर्जा देने की मांग की है क्योंकि उन्होंने गोलियों की बौछार से बचने के लिए वाहन को खाई में गिराकर बड़ी आपदा से बचा लिया।
सिंह ने पीड़ितों के गरीब परिवारों की देखभाल की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मंदिर में भारी संख्या में तीर्थयात्रियों के आगमन को देखते हुए शिव खोरी मार्ग पर कड़ी सुरक्षा जरूरी है। यह मंदिर माता वैष्णो देवी मंदिर से 80 किलोमीटर से ज्यादा दूर है।
आतंकवादियों ने श्रद्धालुओं को शिव खोरी मंदिर से कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर ले जा रही 53 सीट वाली बस पर पोनी इलाके में तेरयाथ गांव के पास रविवार को गोलीबारी कर दी थी। हमले के बाद बस खाई में जा गिरी थी।
वाहन में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के श्रद्धालु सवार थे। हमले में दो साल के बच्चे समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी और 41 लोग जख्मी हो गए थे।
विजय कुमार (40) और अरुण कुमार (19) के शवों का सोमवार को उनके संबंधित गांवों दसानू-राजबाग और कंडेरा-कटरा में सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया।
सिंह ने कटरा में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि विजय उनके लिए परिवार की तरह थे और वह हमेशा मुस्कुराते रहते थे।
सिंह ने कहा कि विजय उनके साथ लगभग छह साल से काम कर रहे थे और उनका मानना है कि विजय ने जानबूझकर गाड़ी को खाई में गिरा दिया ताकि आतंकवादी उसमें सवार लोगों को मार न सकें।
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सबसे पहले गोली चालक को लगी।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पहले ही मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
भाषा नोमान शफीक
शफीक
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.