रांची, 22 अगस्त (भाषा) झारखंड के शीर्ष स्वास्थ्य संस्थान रिम्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग की प्रथम वर्ष की स्नातकोत्तर छात्रा कथित तौर पर अस्पताल की कैंटीन से चाय पीने के बाद वेंटिलेटर पर है। यह जानकारी अधिकारियों ने शुक्रवार को दी।
सरकारी संस्थान के प्रवक्ता ने कहा कि यह परोक्ष तौर पर जहर का मामला है।
अस्पताल के ऑर्थोपेडिक वार्ड के पास कैंटीन से चाय मंगवाने के बाद 25 वर्षीय महिला की अचानक तबियत खराब हो गई और उसे तत्काल गहन चिकित्सा इकाई में ले जाया गया, जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है।
राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में प्रसूति एवं स्त्री रोग की छात्रा बृहस्पतिवार रात ड्यूटी पर थी और कई चिकित्सकों ने कैंटीन से चाय मंगवाई थी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘छात्रा ने चाय को एक फ्लास्क में डाला ताकि जब वे खाली हों, तब पी सकें। अपना काम खत्म करने के बाद, उसने चाय के कुछ घूंट पीए और कहा कि यह अच्छी नहीं है और इसकी गंध खराब है, इसलिए बाकी चिकित्सकों ने वह चाय नहीं पी।’’
अधिकारी ने कहा कि कुछ देर बाद, छात्रा की तबियत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई, जिसके बाद उसे आपातकालीन कक्ष में ले जाया गया।
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘वह अब वेंटिलेटर पर है और अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं। फ्लास्क और कई अन्य चीजों को जांच के लिए भेज दिया गया है क्योंकि यह जहर का मामला लग रहा है।’’
रिम्स के प्रवक्ता डॉ. राजीव रंजन ने घटना की पुष्टि की। रंजन ने कहा, ‘‘यह सिर्फ खाद्य विषाक्तता का मामला नहीं है। हमें शक है कि यह रसायन विषाक्तता का मामला है। जांच के बाद ही मामला स्पष्ट होगा।’’
उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर छात्रा की हालत स्थिर लेकिन गंभीर है और कैंटीन को सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चाय परोसने वाले कैंटीन के एक कर्मचारी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
भाषा अमित नेत्रपाल
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