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Monday, 25 August, 2025
होमदेशप्रधानमंत्री ने एसआईआर, 130वें संविधान संशोधन के विरोध के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन को आड़े हाथ लिया

प्रधानमंत्री ने एसआईआर, 130वें संविधान संशोधन के विरोध के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन को आड़े हाथ लिया

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( तस्वीर सहित )

गयाजी (बिहार), 22 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) पर आरोप लगाया कि वह सत्ता के उच्च स्तरों पर भ्रष्टाचार को समाप्त करने के उद्देश्य से उठाए गए कदमों का और देश की जनसांख्यिकी के समक्ष घुसपैठियों से उत्पन्न खतरे से निपटने के लिए किए गए उपायों का विरोध कर रहा है।

प्रधानमंत्री ने गयाजी में एक रैली में इस सप्ताह लोकसभा में अपनी सरकार द्वारा पेश किए गए संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025 और बिहार में निर्वाचन आयोग द्वारा वर्तमान में किए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का अप्रत्यक्ष रूप से उल्लेख किया।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि दोनों विपक्षी दल संविधान (130वां संशोधन) विधेयक के खिलाफ हैं क्योंकि उनके अधिकतर नेता या तो जेल में हैं या जमानत पर हैं।

लोकसभा में बुधवार को संविधान (130वां संशोधन) विधेयक पेश किया गया था जिसे संसद की संयुक्त समिति को भेज दिया गया है। इसमें गंभीर आपराधिक आरोपों में गिरफ्तारी के बाद 30 दिन तक हिरासत में रहने पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को हटाने का प्रस्ताव है।

उन्होंने परोक्ष रूप से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हमने एक खेदजनक स्थिति देखी है जिसमें सत्ता में बैठे लोग जेल से सरकार चला रहे हैं, सलाखों के पीछे से फाइलों पर हस्ताक्षर कर रहे हैं, संवैधानिक मर्यादा की धज्जियां उड़ा रहे हैं।’’

मोदी ने दावा किया कि उनकी 11 साल की सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं है। प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों में सामने आए अनेक घोटालों का भी जिक्र किया।

प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘इसलिए हमने एक ऐसा कानून लाने का फैसला किया, जिसके तहत अगर कोई भ्रष्ट मुख्यमंत्री या यहां तक ​​कि प्रधानमंत्री 30 दिन जेल में बिताता है तो उसे बर्खास्त किया जा सकता है। अगर कोई मामूली क्लर्क थोड़े समय के लिए भी जेल में रहता है तो उसे निलंबित कर दिया जाता है। लेकिन जब हम एक कड़ा कानून लेकर आए तो राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल भड़क गए। वे इसलिए नाराज हैं क्योंकि उन्हें अपने पापों की सजा मिलने का डर है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और राजद ने सत्ता में रहते हुए जनता के पैसे से अपनी तिजोरियां भरीं। इस उद्देश्य से, वे परियोजनाओं को अंतहीन रूप से लटकाए रखते थे। इसके विपरीत, मैं आज उस पुल का उद्घाटन कर रहा हूं जिसका शिलान्यास मैंने कुछ साल पहले ही किया था।’’

मोदी ने आरोप लगाया, ‘‘एक और खतरा है जो हमारे देश के सामने है- घुसपैठियों का। इस बारे में मैंने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में भी बात की थी। उन्हें हमारे देश के संसाधनों में हिस्सेदारी की अनुमति नहीं दी जा सकती। इसलिए, मैंने एक जनसांख्यिकीय मिशन की घोषणा की है। लेकिन कांग्रेस और राजद अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए इन घुसपैठियों को बचाना चाहती हैं।’’

उनका इशारा एसआईआर की ओर माना जा रहा है, जिसका एक घोषित उद्देश्य ‘बांग्लादेश, नेपाल और म्यांमा से आए अवैध प्रवासियों’ के नाम मतदाता सूची से हटाना है।

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले एसआईआर की कवायद का आदेश देने वाले निर्वाचन आयोग ने साफ किया है कि आने वाले समय में पूरे देश में एसआईआर किया जाएग।

हालांकि, ‘इंडिया’ गठबंधन का आरोप है कि बिहार में इस कवायद का मकसद मतदाताओं के नाम गलत तरह से हटाकर विधानसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग की मदद करना है।

इस मुद्दे पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, बिहार में ‘इंडिया’ का चेहरा माने जा रहे तेजस्वी यादव और अन्य गठबंधन सहयोगी राज्यव्यापी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाल रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर बिहार के प्रति असंवेदनशील होने का भी आरोप लगाया और कहा कि ‘इसके एक मुख्यमंत्री ने एक सार्वजनिक रैली में कहा था कि वह राज्य के प्रवासियों को अपने राज्य की धरती पर पैर नहीं रखने देंगे।’

मोदी ने कहा, ‘‘और ऐसा लग रहा था कि उनका गठबंधन सहयोगी राजद गहरी नींद में सो रहा था और इस अपमान का विरोध करने में असमर्थ था।’’

मोदी ने बिहार के गयाजी में अनेक परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद कहा कि राजद और उसके सहयोगी बिहार को केवल अपना वोट बैंक समझते हैं और राज्य में सब जानते हैं कि राजद नेता हमेशा भ्रष्टाचार में लिप्त रहे हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘राजद और कांग्रेस के शासनकाल में बिहार में कोई बड़ी परियोजना पूरी नहीं हुई। उन्होंने कभी जनता की भलाई के बारे में नहीं सोचा। बस, अपनी जेबें भरने में लगे रहे।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार में आज शुरू की गईं परियोजनाओं से राज्य के लोगों को रोजगार मिलेगा और स्वास्थ्य ढांचे में सुधार होगा।

उन्होंने कहा कि बिहार के मगध क्षेत्र में आज 16,000 पक्के मकान दिए गए और उनकी सरकार देश के हर गरीब परिवार को ऐसे आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राजग सरकार बिहार में रेलवे के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बिहार की धरती पर लिया गया अपना संकल्प बताते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अब, यह संदेश स्पष्ट है कि कोई भी आतंकवादी भारत की धरती पर कहीं भी हमला करने के बाद बच नहीं सकता। हमारी मिसाइलें उन्हें पाताल लोक तक खदेड़ देंगी।’

उत्तर बिहार के मधुबनी ज़िले में एक रैली में पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने का संकल्प लेने वाले मोदी ने कहा, ‘पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की, लेकिन उसकी कोई भी मिसाइल हमें छू नहीं सकी। हमने उनकी मिसाइलों को तिनके की तरह उड़ा दिया।’

इस समारोह में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, जो स्थानीय सांसद भी हैं, जैसे गणमान्य लोगों की उपस्थिति में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की गई।

प्रधानमंत्री एक खुले वाहन में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, जिस अंदाज़ में पिछले कई महीनों से उनकी बिहार यात्राएं होती रही हैं। उन्होंने भीड़ का अभिवादन किया। उनके साथ नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी थे।

मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत स्थानीय मगही बोली में कुछ पंक्तियों के साथ की और गयाजी को ‘भगवान बुद्ध और भगवान विष्णु की भूमि’ बताया। उनका स्पष्ट संकेत विष्णुपाद मंदिर और पास में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध तीर्थस्थल बोधगया की ओर था।

भाषा

वैभव नरेश

नरेश

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यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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