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Friday, 19 April, 2024
होमदेश‘PM प्रचार में व्यस्त, रेलवे की सुरक्षा पर ध्यान नहीं’, खरगे का सवाल- खाली पद को क्यों नहीं भरा गया?

‘PM प्रचार में व्यस्त, रेलवे की सुरक्षा पर ध्यान नहीं’, खरगे का सवाल- खाली पद को क्यों नहीं भरा गया?

उड़ीसा के बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस हादसे की चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी.

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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ओडिशा के बालासोर में रेल हादसे को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने ट्विटर पर सवाल करते हुए कहा कि मोदी सरकार की विज्ञापनी PR हथकंडो ने देश को खोखला बना दिया है. उन्होंने मोदी सरकार से पूछा कि देश के अबतक के सबसे दर्दनाक हादसे का जिम्मेदार आखिर कौन है?

‘9 सालों में क्यों नहीं भरा गया पद’  

कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार से सवाल किया कि बीते 9 साल से देश में खाली पड़े रेलवे के पद को क्यों नहीं भरा गया? उन्होंने कहा, “रेलवे में 3 लाख़ पद खाली हैं, बड़े अधिकारियों के पद भी खाली हैं, जो PMO भर्ती करता है, उनको 9 सालों में क्यों नहीं भरा गया? रेलवे बोर्ड ने हाल ही में खुद माना है कि मानव संसाधन की भारी कमी के कारण लोको पायलटों के लंबे समय तक काम करने के घंटे, दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण हैं. फिर पद क्यों नहीं भरे गये? South Western Railway Zone के Principal Chief Operating Manager ने 8 फरवरी 2023 को मैसूर में एक त्रासदी जिसमें दो ट्रेनें भिड़ने से बच गई थी, उसका हवाला देते हुए सिग्नलिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने का आग्रह किया था और चेतावनी दी थी. उस पर रेल मंत्रालय ने अमल क्यों नहीं किया?”

CRS मजबूत क्यों नहीं हुआ ?

मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे पूछा कि केंद्र सरकार ने CRS की मजबूती पर ध्यान क्यों नहीं दिया. उन्होंने लिखा, “संसदीय स्थायी समिति ने अपनी 323वीं रिपोर्ट में रेलवे सुरक्षा आयोग (CRS) की सिफारिशों के प्रति रेलवे बोर्ड द्वारा दिखाई गई “उपेक्षा” के लिए रेलवे की आलोचना की थी. 

कहा था कि CRS केवल 8%-10% हादसों की जांच करता है, CRS को मज़बूती क्यों नहीं प्रदान की गई?  CAG की ताज़ा ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, 2017-18 और 2020-21 के बीच 10 में से लगभग 7 रेल दुर्घटनाएँ Train Derailment की वजह से हुई.  

2017-21 में East Coast रेलवे में सुरक्षा के लिए रेल और वेल्ड (Track Maintenance) का शून्य परीक्षण हुआ. उसको दरकिनार क्यों कर दिया गया ? CAG के अनुसार राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष (RRSK) में 79% फंडिंग काम क्यों की गई, जबकि हर साल ₹20,000 Cr उपलब्ध करवाने थे. Track renewal works की राशि में भारी गिरावट क्यों आई ? भारत के Research Designs and Standards Organisation (RDSO) द्वारा 2011 में विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली का नाम मोदी सरकार ने बदलकर “कवच” कर दिया और मार्च 2022 में रेलवे मंत्री जी ने खुद इसका प्रदर्शन भी किया. फिर भी अब तक केवल 4% रूटों पर कवच क्यों?

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‘प्रधानमंत्री ट्रेन को झंडी दिखाने में व्यस्त’

कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सफेद ट्रेनों को झंडी दिखाने में व्यस्त रहते हैं लेकिन उनका सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं है. उन्होंने लिखा, “ऊपर से नीचे तक के पदों की जवाबदेही तय करनी होगी जिससे कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को होने से रोका जा सके. तभी इस हादसे के पीड़ितों को न्याय मिलेगा.”

गौरतलब है कि बालासोर में बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस हादसे की चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी. इस दुर्घटना में कम से कम 275 लोगों की मौत हुई है.


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