नई दिल्ली: गुजरात पुलिस ने यह पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है कि क्या “भारत सरकार के कर्मचारी” के आदेश पर सिख कट्टरपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की कथित साजिश में भाग लेने के लिए अमेरिका द्वारा आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर कोई मामला भी दर्जा है.
न्यूयॉर्क जिला अदालत में दायर अभियोग के अनुसार, गुप्ता अंतरराष्ट्रीय नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी में शामिल है और उसका आपराधिक इतिहास रहा है.
अमेरिकी न्याय विभाग ने गुप्ता के खिलाफ अपने अभियोग में आरोप लगाया है कि उन्हें एक “वरिष्ठ क्षेत्र अधिकारी” द्वारा आश्वासन दिया गया था कि यदि वह कॉन्ट्रैक्ट किलिंग को सफलतापूर्वक पूरा करवाता है तो गुजरात में उसके खिलाफ जो मामले हैं, उसका “ध्यान रखा जाएगा”.
दिप्रिंट से बात करते हुए, गुजरात के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विकास सहाय ने कहा कि उन्होंने अपने रिकॉर्ड की जांच की है लेकिन गुप्ता के खिलाफ कोई मामला नहीं मिला.
उन्होंने कहा, “हमने इसकी जांच की और जिलों में मामलों के पिछले रिकॉर्ड को स्कैन किया लेकिन इस व्यक्ति के खिलाफ कोई मामला नहीं मिला. उनका नाम एक आरोपी, गवाह या यहां तक कि शिकायतकर्ता के रूप में हमारे रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं है.”
उन्होंने कहा कि तलाश अभी भी जारी है.
अभियोग में उल्लेख किया गया है कि 12 मई 2023 को अधिकारी ने गुप्ता को बताया कि उनके आपराधिक मामले का “पहले ही ध्यान रखा जा चुका है” और “अब गुजरात पुलिस से कोई भी कॉल नहीं आएगा”.
23 मई को अधिकारी ने गुप्ता को फिर से आश्वासन दिया कि उन्होंने अपने “गुजरात मामले” के बारे में “बॉस” से बात की थी और यह “सब कुछ स्पष्ट” था कि “अब कोई भी आपको फिर कभी परेशान नहीं करेगा”. यह भी आरोप लगाया गया है कि अधिकारी ने गुप्ता और “डीसीपी (पुलिस उपायुक्त)” के बीच एक बैठक करवाने की पेशकश की.
अभियोग में कहा गया है कि अधिकारी के आश्वासन के बाद, गुप्ता ने “हत्या की योजना बनाने के लिए दबाव डाला.”
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‘$100,000 का सौदा’
अभियोग में कथित भारतीय सरकारी कर्मचारी को ‘CC-1’ के रूप में संदर्भित किया गया है, जिसे खुफिया जानकारी के लिए जिम्मेदार बताया गया है. इसमें कहा गया है कि उसने गुप्ता को न्यूयॉर्क में हत्या को अंजाम देने के लिए अग्रिम भुगतान के साथ एक हिटमैन को नियुक्त करने के लिए भर्ती किया था.
अमेरिकी अभियोजकों ने दावा किया है कि गुप्ता ने बाद में इस कार्य को अंजाम देने के लिए लोगों की तलाश शुरू कर दी.
गुप्ता ने कथित तौर पर एक व्यक्ति से संपर्क किया, जिसे वह “आपराधिक सहयोगी” मानते थे, लेकिन वास्तव में वह अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) के साथ काम करने वाला एक गोपनीय स्रोत था.
गुप्ता ने कथित तौर पर सीएस से, जिसे अभियोग में ‘CS’ कहा गया है, एक हिटमैन से संपर्क कराने के लिए कहा, जिसे पन्नुन को मारने की सुपारी दी जा सके.
अभियोग के अनुसार, इस “अपराधी” ने गुप्ता को एक कथित हिटमैन से मिलवाया, जो एक गुप्त अमेरिकी कानून-प्रवर्तन अधिकारी था, और कहा कि वह हत्या को अंजाम देगा.
अभियोग में कहा गया है कि जब गुप्ता ने एक टीम बनाई और भारतीय अधिकारी को यह बात बताई, तो हिटमैन को 100,000 डॉलर देने का सौदा हुआ.
अभियोग में यह भी आरोप लगाया गया है कि गुप्ता ने न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में हिटमैन को अग्रिम भुगतान के रूप में 15,000 डॉलर नकद देने के लिए एक सहयोगी की व्यवस्था की थी. इस लेन-देन की एक कथित तस्वीर अमेरिकी अधिकारियों द्वारा जारी की गई है.
दक्षिणी जिले के लिए न्यूयॉर्क जिला अदालत के समक्ष बुधवार को खुले एक अभियोग में ये आरोप लगाए गए हैं.
अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, गुप्ता को वाशिंगटन और प्राग के बीच एक प्रत्यर्पण संधि के आधार पर इस साल 30 जून को चेक अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था.
(संपादन : ऋषभ राज)
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