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Monday, 25 August, 2025
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बिहार के लिए मोदी के विकास कार्य विशेष राज्य का दर्जा मांग रहे लोगों के चेहरे पर तमाचा: मांझी

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गयाजी (बिहार), 22 अगस्त (भाषा) केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के लिए इतना कुछ किया है कि यह उन लोगों के लिए ‘एक तमाचा’ है जो विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं।

मांझी ने यह बयान गयाजी में एक समारोह में दिया, जहां प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

स्थानीय मगही बोली में बोलते हुए, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने हिंदुओं और बौद्धों, दोनों के लिए पूजनीय इस तीर्थ नगरी की बेहतर कनेक्टिविटी पर प्रकाश डाला।

मांझी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के सम्मान में, मैं यह कहना चाहूंगा कि उन्होंने देश के लिए, खासकर बिहार के लिए, इतना कुछ किया है कि यह उन लोगों के लिए एक तरह से तमाचा लगता है जो विशेष राज्य का दर्जा मांग रहे हैं।’’

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संस्थापक, जिन्होंने पिछले साल आम चुनावों में 79 साल की उम्र में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था, ने गर्व के साथ यह भी याद किया कि प्रधानमंत्री ने उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग की जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा था, ‘‘यह मेरे सपनों का विभाग है’’।

मांझी ने मोदी के केंद्र में सत्ता संभालने के बाद से बिहार में शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं का ज़िक्र किया।

गया की लगभग 100 किलोमीटर दूर राज्य की राजधानी से बेहतर कनेक्टिविटी का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पटना पहुंचने में अब 80 मिनट से ज़्यादा समय नहीं लगता।’’

मांझी की विशेष राज्य के दर्जे पर टिप्पणी स्पष्ट रूप से राजद नेता तेजस्वी यादव पर केंद्रित मानी जा रही है, जो राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर यह कहकर तंज कसा है कि केंद्र में सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा उनकी जदयू पर निर्भर है लेकिन नीतीश की पार्टी मोदी का समर्थन हासिल करने में विफल रही है।

हालांकि, राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना ​​है कि मांझी का यह बयान नीतीश कुमार पर एक परोक्ष प्रहार भी हो सकता है।

गौरतलब है कि कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के सबसे प्रबल समर्थकों में से एक रहे हैं।

जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग केंद्र में सत्ता में थी, तब उन्होंने यह घोषणा की थी कि वह ‘किसी भी सरकार’ का समर्थन करेंगे जो उनकी इस मांग को मान ले।

भाजपा के नेतृत्व वाले राजग से बाहर रहने के दौरान, कुमार ने वादा किया था कि अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) सत्ता में आता है, तो वह ‘बिहार और अन्य सभी गरीब राज्यों’ को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करेंगे।

मांझी पहले जदयू में ही थे। वह इस बात से नाराज हैं कि 2014 में उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के बाद, कुमार ने एक साल से भी कम समय में उन्हें हटाकर खुद इस पद पर वापसी का फैसला किया, जिसके बाद उन्होंने नीतीश से नाता तोड़ कर अपनी पार्टी बनाई।

भाषा वैभव मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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