जोधपुर, चार सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उससे संबद्ध संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक शुक्रवार से राजस्थान के जोधपुर शहर में आयोजित की जाएगी।
इस बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल होंगे। बैठक में 32 संबद्ध संगठनों के लगभग 320 प्रतिनिधि शामिल होंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इस बैठक में शामिल होंगे।
आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचार एवं मीडिया विभाग के प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य प्रस्ताव पारित करने या औपचारिक निर्णय लेने के बजाय भाग लेने वाले समूहों के बीच मजबूत सहयोग को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मंच निर्णय लेने के लिए नहीं है क्योंकि हर एक संगठन की अपनी कार्यकारी समिति होती है।’’
उन्होंने कहा कि बैठक में भाग लेने वाले सभी संगठनों के प्रतिनिधि राष्ट्रीय एकता, सुरक्षा और सामाजिक दृष्टिकोण से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर व्यापक चर्चा करेंगे।
आंबेकर ने बताया कि वे अपने जमीनी अनुभवों के आधार पर देश की वर्तमान स्थिति का आकलन भी प्रस्तुत करेंगे और पंजाब, पश्चिम बंगाल एवं पूर्वोत्तर आदि के क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा बैठक में भाग लेने के लिए आज शाम जोधपुर पहुंचे। हवाई अड्डे पर नड्डा की अगवानी के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा संक्षिप्त दौरे पर जोधपुर आए और वहीं से जयपुर लौट गए।
आरएसएस प्रमुख भागवत बैठक के लिए सोमवार को जोधपुर पहुंचे थे।
आरएसएस की बैठक में पांच व्यापक विषयों पर विचार-विमर्श होगा। इनमें सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना, परिवार की संस्था को मजबूत करना, पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली को प्रोत्साहित करना, भाषा और पहनावे में क्षेत्रीय पहचान को मान्यता देना, आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरुकता पैदा करना शामिल हैं।
आंबेकर ने कहा कि संविधान अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों की भी बात करता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक से समाज के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में देश के विकास में योगदान की उम्मीद की जाती है।
भाषा अविनाश खारी
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