अयोध्या (उप्र), चार सितंबर (भाषा) आयोध्या में बृहस्पतिवार को स्थायी सुरक्षा समिति की एक उच्च स्तरीय बैठक में श्रीराम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बैठक में अधिकारियों ने राम मंदिर के निर्माण के पूरा होने के साथ उभरती सुरक्षा चुनौतियों का ज़िक्र करते हुए, उनसे निपटने के लिए उन्नत तकनीक के इस्तेमाल पर बल दिया।
अयोध्या के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बैठक के बाद बताया कि उच्च तकनीक वाले सुरक्षा उपकरणों की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए एक प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया गया है, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘राम मंदिर का निर्माण पूरा होने के साथ ही नयी सुरक्षा चुनौतियां उभर रही हैं।’’
पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) बी.सी. दुबे ने बताया कि राम जन्मभूमि लंबे समय से आतंकवादी संगठनों के निशाने पर रही है। उन्होंने कहा कि आधुनिक उपकरणों का उपयोग करके किसी भी संभावित साजिश को नाकाम करने की योजनाएं बनाई गई हैं।
बैठक में अपर महानिदेशक (एडीजी), महानिरीक्षक (आईजी), जिलाधिकारी और खुफिया ब्यूरो के निदेशक सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने मंदिर परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया और परिसर तथा उसके आसपास किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की।
समिति ने स्पष्ट किया कि मंदिर में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
भाषा सं जफर खारी
खारी
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.