मेंगलुरु, 30 जनवरी (भाषा) मंगलौर रिफाइनरी ऐंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) का 2021-22 की तीसरी तिमाही में शुद्ध मुनाफा 969 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2020-21 की समान अवधि में उसे 76 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
कंपनी की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि 2021-22 की तीसरी तिमाही में परिचालन से सकल राजस्व 25,238 करोड़ रुपये रहा जो 2020-21 की समान अवधि में 14,136 करोड़ रुपये था।
कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) तीसरी तिमाही के दौरान 9.29 रुपये प्रति बैरल था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 3.26 रुपये प्रति बैरल रहा था। जीआरएम कच्चे तेल और तैयार उत्पादों की कीमत के बीच का अंतर है।
वित्त वर्ष 2021-22 की दिसंबर में खत्म तिमाही में पॉलि-प्रोपलीन और पेट्रोल का उत्पादन सर्वाधिक रहा।
कंपनी ने शेयर बाजार को सूचित किया कि 2021-22 की पहली छमाही में कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन के कारण पेट्रोलियम उत्पादों की मांग घटी जिससे कच्चे तेल का उत्पादन कम रहा।
हालांकि तीसरी तिमाही में पेट्रोलियम उत्पादों की मांग पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले बेहतर रही जिससे उत्पादन अधिक रहा।
भाषा मानसी प्रेम
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.