मुंबई: रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने बुधवार को कहा कि भारतीय आईटी उद्योग वित्त वर्ष 2021-22 में 11 प्रतिशत तक की आय वृद्धि के साथ जोरदार वापसी करेगा.
यह सुधार मुख्य रूप से बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई), स्वास्थ्य सेवा, खुदरा और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में आउटसोर्सिंग बढ़ाने और डिजिटल रूपांतरण सेवाओं में तेजी के कारण होगा.
नैसकॉम के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में आईटी उद्योग की आय 194 अरब अमेरिकी डॉलर थी.
विप्रो के संस्थापक अध्यक्ष अजीम प्रेमजी का मानना है कि भारतीय आईटी उद्योग की आय चालू वित्त वर्ष में दोहरे अंकों में बढ़ेगी. खासतौर से यह देखते हुए कि महामारी के बावजूद उद्योग ने वित्त वर्ष 2020-21 में 2-3 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की और सकल आधार पर 1.58 लाख नई नौकरियां दी गईं.
क्रिसिल ने कहा कि उच्च व्यावसायिक स्तर और अधिक लाभदायक डिजिटल सौदों (कुल आय में वित्त वर्ष 2019-20 में 40 प्रतिशत के मुकाबले 2020-21 में 45 प्रतिशत हिस्सेदारी) से आईटी कंपनियों को बेहतर परिचालन मार्जिन बनाए रखने में मदद मिलेगी.
क्रिसिल के वरिष्ठ निदेशक अनुज सेठी ने कहा कि ग्राहकों द्वारा लागत को काबू में करने की कवायद के साथ ही आईटी सेवाओं की आउटसोर्सिंग में वैश्विक स्तर पर लगातार तेजी देखी जा रही है. इसके अलावा महामारी के बीच डिजिटल सेवाओं के लिए अतिरिक्त अवसर तैयार हुए हैं.