scorecardresearch
Saturday, 23 August, 2025
होमदेशलगातार बारिश से राजस्थान के कई जिलों में जनजीवन प्रभावित, कोटा में सेना की मदद ली गई

लगातार बारिश से राजस्थान के कई जिलों में जनजीवन प्रभावित, कोटा में सेना की मदद ली गई

Text Size:

जयपुर, 22 अगस्त (भाषा) लगातार मूसलाधार बारिश से राजस्थान के सवाई माधोपुर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और कई इलाकों में जलभराव/बाढ़ जैसे हालात हैं। वहीं, कोटा में राहत व बचाव कार्य में सेना की मदद ली गई है।

अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि लगातार हो रही बारिश से कई जगह राजमार्गों पर यातायात बाधित हुआ है और रेल सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने टोंक, कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी एवं दौसा जिलाधिकारियों से फोन पर बात कर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने एनडीआरएफ, एसडीआरफ तथा पुलिस प्रशासन को मुस्तैद रहने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

बारिश के कारण कई हादसों की भी जानकारी मिली है। सबसे भयावह घटना सुरवाल बांध में हुई जहां आठ से दस लोगों को ले जा रही एक नाव तेज बहाव के कारण डूब गई। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद तीन लोगों को बचा लिया, जबकि अन्य की तलाश जारी है।

पुलिस उपाधीक्षक उदय सिंह ने कहा, ‘‘बचाव दल अभियान जारी रखे हुए हैं और लापता लोगों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।’’

वहीं, एक अन्य हादसे में इंदौर के 20 वर्षीय युवक मोंटी तंवर की मौत हो गई जहां कुशाली दर्रा में राष्ट्रीय राजमार्ग 552 पर उनकी कार पानी के तेज बहाव में बह गई।

पुलिस उपाधीक्षक (ग्रामीण) पिंटू कुमार ने कहा, ‘‘मोंटी अपने परिवार को निवाई में छोड़कर इंदौर जा रहे थे, तभी यह हादसा हुआ।’’

अधिकारियों के अनुसार, अजमेर में बृहस्पतिवार रात एक व्यक्ति बांध में नहाते समय डूब गया। वह अपने दोस्तों के साथ बांध पर अपना जन्मदिन मना रहा था। जयपुर के चाकसू इलाके में मोटरसाइकिल सवार एक दंपति उफनती नदी में बह गया। पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने पति को बचा लिया लेकिन पत्नी पानी की धार में बह गई। कोटा में सड़कों पर पानी भर जाने से लोग सड़कों पर तैराकी करते दिखे। भारी बारिश के चलते बूंदी के कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया। बारिश के कारण बारां के स्कूलों में शुक्रवार और शनिवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है। झालावाड़, कोटा और बूंदी के स्कूलों में भी शनिवार को छुट्टी घोषित की गई है। अधिकारियों के अनुसार, कोटा जिले में दो दिन से हो रही लगातार बारिश एवं अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने त्वरित गति से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। जिला प्रशासन की मदद के लिए सेना स्टेशन कोटा से सेना की गांडीव डिवीजन की इन्फेंट्री रेजिमेंट के 80 जवानों की टीम दीगोद तहसील के निमोदा गांव पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।

सेना की टीम ने नीमोदा पहुंचते ही जल भराव की स्थिति का जायजा लिया और जहां जल स्तर बढ़ रहा था वहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य शुरू किया। सेना के जवानों ने कई लोगों को निकालकर आश्रय स्थलों तक पहुंचने में मदद की।

जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने कहा कि प्रशासन पूरी तत्परता के साथ हालात पर नज़र रखे हुए है और प्राथमिकता के आधार पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर भी हालात का जायजा लेने के लिए मौजूद थे।

भीलवाड़ा के मांडलगढ़ थाना क्षेत्र के गोवटा बांध में रघुनाथपुरा निवासी 12वीं कक्षा का छात्र दीपक (17) डूब गया। वह अपने दोस्तों के साथ घूमने गया था। इसी दौरान वह नहाने के लिए बांध में उतर गया।

अधिकारियों ने बताया कि सवाई माधोपुर शहर के विभिन्न इलाकों में घरों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को छतों पर शरण लेनी पड़ रही है। भारी बारिश के कारण रेल यातायात भी बाधित हुआ। सवाई माधोपुर स्टेशन पर पटरियां पानी में डूब गईं, जिससे तीन ट्रेन- गंगानगर-कोटा एक्सप्रेस देवपुरा में, जयपुर-बयाना ट्रेन चौथ का बरवाड़ा में और भगत की कोठी-इंदौर एक्सप्रेस वनस्थली निवाई स्टेशन पर रोक दी गईं। दो अन्य ट्रेन जयपुर-मुंबई सेवा और अजमेर-जबलपुर ट्रेन के समय में परिवर्तन किया गया।

इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार तड़के कोटा बैराज के तीन गेट पानी छोड़ने के लिए खोल दिए गए। उन्होंने बताया कि बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए यह एहतियाती कदम उठाया गया है। एक वन अधिकारी ने कहा कि भारी जलभराव और सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण रणथंभौर बाघ अभयारण्य सफारी को भी दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।

बिगड़ते हालात को देखते हुए, जिला प्रशासन ने 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में छुट्टी का आदेश दिया है।

मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार को राज्य में सबसे ज्यादा 254 मिलीमीटर बारिश सवाई माधोपुर में हुई। भीलवाड़ा की बिजोलिया तहसील में 170 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में और अधिक बारिश के अनुमान के चलते जिला प्रशासन ‘सतर्क’ है।

मौसम विभाग ने 23 अगस्त के लिए चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में भारी बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। विभाग ने नौ-दस जिलों में भारी बारिश होने का ‘ऑरेंज अलर्ट’ भी जारी किया है।

जयपुर में मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रदेश के विभिन्न ज़िलों में हो रही भारी बारिश की स्थिति पर गम्भीर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा एवं ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा है।

आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री ने टोंक, कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी एवं दौसा जिलों के कलेक्टरों से फोन पर बात कर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने एनडीआरएफ, एसडीआरफ तथा पुलिस प्रशासन को मुस्तैद रहने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

भाषा पृथ्वी शफीक नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments