जयपुर, तीन जून (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उदयलाल आंजना के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए राजस्थान के राज्यपाल से मंजूरी मांगे जाने की खबरों के बीच पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को यहां राजभवन में उनसे मुलाकात की और मामले में निष्पक्ष दृष्टिकोण अपनाने की मांग की।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा।
कुछ खबरों के अनुसार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान ग्राम सेवा सहकारी समितियों में प्रबंधकों की नियुक्तियों में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में तत्कालीन सहकारिता मंत्री आंजना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की राज्यपाल से अनुमति मांगी है।
राजभवन में राज्यपाल के साथ मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जूली ने दावा किया कि राज्यपाल ने ऐसी कोई फाइल मिलने से इनकार किया है।
जूली ने कहा, ‘‘मीडिया की खबर में यह कहा गया था कि प्राथमिकी दर्ज करने की अनुमति मांगने वाली फाइल राज्यपाल को भेजी गई है। इसको लेकर हमने राज्यपाल से मुलाकात की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनके पास ऐसी कोई फाइल नहीं आई है और इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।’’
जूली ने आरोप लगाया कि राजस्थान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस नेताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर उनके चरित्र हनन का अभियान चला रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने राजस्थान में एक नया अभियान चला रखा है कि कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाओ और उन्हें बदनाम करो, लेकिन बाद में इनके मुकदमे धरातल पर कहीं नहीं टिकते हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है।
जूली ने कहा,‘‘ईडी ने अपने मामलों में से केवल 1.5 प्रतिशत में ही आरोपपत्र दाखिल किया है। डॉ. भीमराव आंबेडकर द्वारा बनाये गये संविधान को कमजोर किया जा रहा है। यही कारण है कि देश आगे बढ़ने के बजाय पीछे जा रहा है।’’
विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा झूठे वादे करके राजस्थान में सत्ता में आ गई।
भाषा पृथ्वी राजकुमार
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