scorecardresearch
Saturday, 23 August, 2025
होमदेशपिपरहवा में बुद्ध के अवशेष से एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का मार्ग प्रशस्त हो सकता है:पाल

पिपरहवा में बुद्ध के अवशेष से एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का मार्ग प्रशस्त हो सकता है:पाल

Text Size:

गोरखपुर (उप्र), 22 अगस्त (भाषा) भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा है कि यदि राष्ट्रीय संग्रहालय में रखे भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को सिद्धार्थनगर के पिपरहवा गांव में उनके मूल स्थान पर पुनर्स्थापित किया जाए, तो यह उत्तर प्रदेश की नियति बदल सकता है और राज्य को एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के अपने सपने को साकार करने में मदद कर सकता है।

इन अवशेष – जिनमें राख और अस्थि-खंड शामिल हैं – के बारे में माना जाता है कि वे भगवान बुद्ध के हैं। साथ ही उन सोने के आभूषण और रत्न को भी बुद्ध से जुड़ा माना जाता है, जिन्हें 1898 में ब्रिटिश इंजीनियर विलियम क्लैक्सटन पेप्पे ने पिपरहवा में एक स्तूप की खुदाई के दौरान खोजा था।

पाल ने कहा, ‘‘एक समय था जब पवित्र अवशेषों को भारत वापस लाना असंभव माना जाता था, लेकिन सरकार के प्रयासों से यह संभव हो पाया। अब, हम उन्हें पिपरहवा में उनके मूल स्थान पर प्रतिष्ठित करने का प्रयास कर रहे हैं।’’

सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज से सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही राज्य की वैश्विक बौद्ध पहचान को मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं।

पाल ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उत्तर प्रदेश के संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम से मुलाकात की है और जल्द ही सरकार को पत्र लिखेंगे।

श्रीलंका के कैंडी स्थित दंत मंदिर में सालाना लगभग 20 लाख तीर्थयात्रियों के आकर्षित होने से वहां की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान का जिक्र करते हुए पाल ने कहा, ‘‘अगर अवशेषों को पिपरहवा, जो बौद्ध सर्किट का हिस्सा है, लाया जाता है, तो उत्तर प्रदेश को एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की ओर बढ़ने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। मुझे विश्वास है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस लक्ष्य को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।’’

इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कपिलवस्तु में कई विकास परियोजनाएं पहले से ही चल रही हैं।

पर्यटन सूचना अधिकारी प्रिया सिंह ने कहा, ‘‘लगभग नौ करोड़ रुपये की लागत से एक पर्यटक सुविधा केंद्र का निर्माण लगभग 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है।’’

उत्तर प्रदेश पर्यटन के अनुसार, पिपरहवा स्तूप एक प्रमुख बौद्ध स्थल के रूप में अत्यधिक महत्व रखता है, जिसे भगवान बुद्ध के अवशेषों का स्थल माना जाता है।

भाषा सं जफर शफीक

शफीक

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments