लखीमपुर खीरी और 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है. विपक्ष ने इसी मामले को लेकर गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक मार्च निकाला.
कोन्याक यूनियन (केयू) ने मांग की कि नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहने के कारण 27 असम राइफल्स तुरंत मोन को खाली कर दे तथा सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) कानून को पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र से हटाया जाए.
दिल्ली हवाई अड्डे ने ट्वीट कर कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित नए दिशानिर्देशों के लागू होने के बाद अंतरराष्ट्रीय आगमन उड़ान परिचालन सुचारू रूप से चल रहा है.
किसानों की नाराजगी पूरी तरह खत्म न होने के दो प्रमुख कारण हैं लखीमपुर खीरी की घटना और मोदी सरकार के कानूनों के खिलाफ साल भर तक जारी रहे आंदोलन के दौरान कथित तौर पर 700 से अधिक किसानों की मौत.
जब उस यूट्यूबर ने, जिसने CJI बी आर गवई के खिलाफ हंगामा मचाया, पुलिस स्टेशन जाने के बाद सोशल मीडिया पर घमंड करते हुए कहा कि ‘सिस्टम हमारा है’, तो दलितों के लिए क्या उम्मीद बचती है?