आरटीआई (सूचना का अधिकार)द्वारा मिली जानकारी से पता चलता है कि उनकी अधिकांश आधिकारिक यात्राएं उनके गृह राज्य के लिए हैं, खासतौर से राज्य की राजधानी मुंबई एवं नागपुर के लिए, जोकि उनका निर्वाचन क्षेत्र और आरएसएस का मुख्यालय है.
जम्मू-कश्मीर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएस सलाठिया, जो आसिफा बलात्कार,हत्या के मामले की कश्मीर बंद के पीछे सीबीआई द्वारा जांच की मांग कर रहे हैं, एक पुराने कांग्रेसी हैं।
सत्तारूढ़ दल के दलित नेताओं का कहना है कि पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया है और बीजेपी के गढ राज्यों में विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए अनुसूचित जाति का एक भी वरिष्ठ नेता नहीं है।
आम धारणा यह है कि चिपको आंदोलन ‘पारिस्थितिकी की रक्षा के लिए महिलाओं का आंदोलन’ था, जो 26 मार्च 1974 को शुरू हुआ था, लेकिन यह धारणा कुछ हद तक ही सही है.