भाजपा मुख्यालय में एक शीशे के डिब्बे (कास्केट) में लकड़ी की एक कुर्सी रखी हुई है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए 2014 में भाग्यशाली साबित हुई.
इस कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में सांसद त्रिपाठी ने कहा था कि संतकबीर दास के विचारों को दुनिया तक पहुंचाने के लिए उन्होंने किताब लिखने की कोशिश की.
नवाज शरीफ के यहां घर पर शादी में गए, उनसे गले मिले, उन्हें अपने शपथ ग्रहण में आमंत्रित किया. तो हम कैसे पाक के पोस्टर ब्वाय हुए. पीएम मोदी खुद पाकिस्तान के पोस्टर ब्वाय हैं.
भारत-पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव से देश के तमाम बड़े मुद्दे हाशिए पर चले गए थे. लेकिन जैसे ही तनाव हटा है सत्ता पक्ष व विपक्ष की राजनीति पटरी पर लौट रही है.