कांग्रेस नेता शोभा आझा ने पूरे घटनाक्रम पर कहा कि हम सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे. बंगलुरू में मौजूद जो भी विधायक थे उन्हें भ्रमित किया गया. वे हमारे साथ हैं. यहां तक कि भाजपा के विधायक भी हमारे संपर्क में हैं.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सिंधिया के इस्तीफे पर कहा, 'पार्टी के लिए नुकसान है और मुझे नहीं लगता कि मध्यप्रदेश में हमारी सरकार बचेगी. भाजपा की यही राजनीति है. विपक्ष की सरकारों को घेरना.'
सिंधिया ने इस्तीफे में लिखा है कि वो पिछले 18 सालों से कांग्रेस के सदस्य थे. उन्होंने लिखा कि मेरा लक्ष्य देश के लोगों के लिए काम करना रहा है और मेरा मानना है कि अब इस पार्टी में रहकर मैं यह नहीं कर सकता.
आज सुबह ही कांग्रेस से नाराज चल रहे सिंधिया को दक्षिणी दिल्ली के अपने आवास से निकलते हुए देखा गया था. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी से मुलाकात करने के बाद वो ग्वालियर के लिए रवाना हो सकते हैं.
कांग्रेस विधायक दल की बैठक 10 मार्च (मंगलवार) को शाम 5 बजे मुख्यमंत्री निवास पर होगी. कमलनाथ कैबिनेट के मंत्रियों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष सोनिया से मिलने 10 जनपथ पहुंचे थे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायक संपर्क से बाहर बताए जा रहे हैं. उनके मोबाइल फोन अचानक बंद हो गए है. सिंधिया गुट के 17 विधायकों के बेंगलुरु पहुंचने की खबर है.
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के 114 विधायक में से 35 से ज्यादा विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक बताए जा रहे हैं. भाजपा ने इसी किले में सेंध लगाने की कोशिश की थी.
भारद्वाज कांग्रेस पार्टी के उन नेताओं में से रहे जिन्होंने हमेशा राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाए वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पार्टी में बड़ी भूमिका देने की वकालत करते रहे.