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Monday, 3 June, 2024
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पार्टी में फूट के बाद कमलनाथ को बहुमत साबित करने का भरोसा, कहा- कार्यकाल पूरा करेगी कांग्रेस सरकार

कांग्रेस नेता शोभा आझा ने पूरे घटनाक्रम पर कहा कि हम सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे. बंगलुरू में मौजूद जो भी विधायक थे उन्हें भ्रमित किया गया. वे हमारे साथ हैं. यहां तक कि भाजपा के विधायक भी हमारे संपर्क में हैं.

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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. हम बहुमत साबित करेंगे और हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. उन्होंने विधायकों से कहा कि जिस संकल्प के साथ कांग्रेस सरकार बनाई थी उसे हर हाल में पूरा करेंगे. हम मजबूत स्थिति में हैं. आज हमें अपनों ने ही धोखा दिया लेकिन मैं उस राजनीति में जाना नहीं चाहता, सच्चाई सभी जानते हैं.

इसी बीच निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने उनके भोपाल स्थित घर पहुंचे हैं.

ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से बगावत पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ‘कुछ तो मजबूरियां रहीं होंगी वर्ना यू ही कोई बेवफा नहीं होता. फ्लोर टेस्ट होने दीजिए सब साफ हो जाएगा.’

कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह ने कहा, ‘इस प्रकार से उनका (ज्योतिरादित्य सिंधिया) पार्टी को छोड़ना मैं मानता हूं सही बात नहीं है. कांग्रेस पार्टी ने उनको बहुत ​कुछ दिया था. अफसोस की बात है कि वो पार्टी छोड़ चुके हैं. जो उन्होंने किया वो सही नहीं किया.

मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया था. सिंधिया के समर्थक माने जाने वाले दर्जनों नेताओं ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है. माना जा रहा है कि सिंधिया बुधवार को भाजपा का दामन थाम सकते हैं.

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कांग्रेस नेता शोभा आझा ने पूरे घटनाक्रम पर कहा कि हम सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे. बंगलुरू में मौजूद जो भी विधायक थे उन्हें भ्रमित किया गया. वे हमारे साथ हैं. यहां तक कि भाजपा के विधायक भी हमारे संपर्क में हैं.

उन्होंने कहा, ‘कुल 4 निर्दलीय विधायक हैं, चारों हमारे साथ हैं. विधायक सभी हमारे साथ हैं जो सिंधिया जी के साथ गए हैं वो भी हमारे साथ हैं क्योंकि वो समझ रहे हैं कि एक व्यक्ति की महत्वकांक्षा के चलते उन सबके ​भविष्य दांव पर हैं.’

मध्य प्रदेश से कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ने कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ की सरकार बनी रहेगी. आप 16 तारीख को देखिएगा हमारे विधायकों की संख्या बनी रहेगी. ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. राजा-महाराजा के अब दिन गए.


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मंगलवार शाम को भोपाल में भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद सभी विधायकों को दिल्ली भेज दिया गया था. जिसके बाद उन्हें गुरूग्राम के आईटीसी ग्रैंड भारत में रखा गया है.

मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में दो सीटें फिलहाल रिक्त हैं. ऐसे में 228 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास मामूली बहुमत है. अगर 22 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिये जाते हैं तो विधानसभा में सदस्यों की प्रभावी संख्या महज 206 रह जाएगी. उस स्थिति में बहुमत के लिये जादुई आंकड़ा सिर्फ 104 का रह जाएगा.

ऐसे में, कांग्रेस के पास सिर्फ 92 विधायक रह जाएंगे, जबकि भाजपा के 107 विधायक हैं. कांग्रेस को चार निर्दलीयों, बसपा के दो और सपा के एक विधायक का समर्थन हासिल है. उनके समर्थन के बावजूद कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से दूर हो जाएगी. हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि निर्दलीय और बसपा तथा सपा के विधायक कांग्रेस का समर्थन जारी रखेंगे या वे भी भाजपा से हाथ मिला लेंगे.

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