अमेरिका के ब्राउन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आशुतोष वार्ष्णेय के साथ ऑनलाइन बातचीत में यह दावा भी किया कि अगर कोई फेसबुक और व्हाट्सएप को नियंत्रित कर सकता है तो फिर लोकतंत्र नष्ट हो सकता है.
समिति का यह भी मानना है कि एक साथ चुनाव होने से बार-बार चुनावों को लेकर मतदाता में पैदा हुई उदासीनता को कम किया जा सकेगा एवं आम जनता को, खासतौर पर मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा.
सार्वजनिक चेहरों को मैदान में उतारकर, बीजेपी केरल और तमिलनाडु में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रही है लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि बंगाल में उसकी रणनीति, बाहरी होने के टीएमसी के ताने का जवाब देना है.
स्वपन दासगुप्ता ने ट्वीट किया है, 'मैंने एक बेहतर बंगाल के लिए खुद को समर्पित करते हुए आज राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है. मैं उम्मीद करता हूं कि बीजेपी के उम्मीदवार के तौर पर कुछ दिनों में अपना नामंकन फाइल करूंगा.
अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने दिप्रिंट को दिए एक इंटरव्यू में अपनी पार्टी की आर्थिक विचारधारा को समझाया और बताया कि तमिलनाडु में क्यों भाजपा की ब्रांड की राजनीति नहीं चलेगी.
पहले बीजेपी यूपी में इन सभी चुनाव में प्रत्याशी का समर्थन करती थी, इस बार पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की बकायदा लिस्ट जारी होगी. वहीं सरकार के मंत्री भी उनका चुनाव प्रचार करेंगे.
ममता बनर्जी ने एक रैली में कहा, ‘कुछ दिन इंतजार कीजिए, मेरे पैर सही हो जाएंगे. फिर मैं देखूंगी की कि आपके पांव बंगाल की जमीन पर ठीक से चलते हैं या नहीं.’
‘लहर’ वाले चुनाव के दौरान मतदाताओं का उत्साह चरम पर होता है. एक बेहतर भविष्य की उम्मीदें रहती हैं, कभी-कभी प्रतिशोध का भाव भी रहता है. इन सबके मद्देनज़र 2024 का चुनाव अप्रत्याशित रूप से मुद्दा विहीन चुनाव नज़र आ रहा है.