कांग्रेस का दावा है कि केंद्रीय मंत्री ने संविधान निर्माण में आंबेडकर की भूमिका पर सवाल उठाया, ये टिप्पणियां बीजेपी की ‘सोच’ दिखाती हैं. खट्टर ने यह टिप्पणी आईपीएस वाई पूरन कुमार की पत्नी से मिलने के बाद की.
बिहार में चुनाव सूची संशोधन और अगले महीने होने वाले चुनाव के बीच बीजेपी ने हरियाणा में रहने वाले बिहार के प्रवासियों तक पहुंच बढ़ा दी है. यह 14 जिलों पर केंद्रित है, जहां प्रवासियों की संख्या ज्यादा है.
पीएम मोदी ने RJD और कांग्रेस पर सिर्फ अपने परिवारों की चिंता करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ‘बिहार में अपनी सभी पुरानी जीत के रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार’ है.
इन घटनाओं और उनके निपटारे के तौर-तरीकों ने एक बार फिर ध्यान खींचा है बीजेपी की उस कमज़ोरी पर, जो दलित चिंताओं को समझने और उन्हें हिंदुत्व परिवार में पूरी तरह समाहित करने की दिशा में दिखती है.
अगले महीने होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में फिर से वही पुराना राजनीतिक माहौल दिख रहा है. टिकटों के बंटवारे से साफ है कि दलों ने अपने पारंपरिक वोटबैंक से दूरी नहीं बनाई है.
RJD नेता ने कहा है कि मुख्यमंत्री का नाम बिहार चुनाव से पहले घोषित किया जाएगा. कांग्रेस पहले हिचकिचा रही थी, लेकिन अब ब्लॉक के दबाव में मानती नजर आ रही है.
बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट द्वारा बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद चुनावों में भारी जीत के बाद, सरमा ने उसके विधायक चरण बोरो को मंत्रिमंडल में शामिल किया. मुख्यमंत्री ने पहले हग्रामा मोहिलरी के नेतृत्व वाली पार्टी को बदनाम करने के लिए कड़ी मेहनत की थी.
भाजपा की मेधा कुलकर्णी, जो अब राज्यसभा सांसद हैं, हाल ही में शनिवारवाड़ा में अपने गौमूत्र विरोध प्रदर्शन के कारण सुर्खियों में आईं थीं, जब एक वीडियो में महिलाओं को उस स्थान पर नमाज अदा करते हुए दिखाया गया था.
उन्होंने कहा कि जिस चुनावी राज्य में नई सरकार बननी है, उसका और ऐसे उपचुनाव का, जिसका तेलंगाना की राजनीतिक स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ेगा, आपस में कोई संबंध या तुलना नहीं की जा सकती.
मंडल राजनीति की सबसे बड़ी प्रतिनिधि रही RJD अब ऐसी राजनीतिक स्थिति में है, जहां लाभकारी योजनाएं, अच्छा शासन और नई उम्मीदें पुराने जातीय समीकरणों पर भारी पड़ रही हैं.