इस सप्ताह की शुरुआत में विपक्षी पार्टी ने ऑपरेशन सिंदूर पर एक टिप्पणी को लेकर मंत्री जयशंकर पर ‘जासूसी’ का आरोप लगाया था और इसकी तुलना दशकों पहले पूर्व पीएम द्वारा किए गए कथित विश्वासघात से की थी.
राहुल गांधी को मानहानि मामले में सज़ा सुनाए जाने के अगले दिन सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया, जबकि आज़म खान को नफरती भाषण के मामले में सज़ा सुनाए जाने के एक दिन बाद यूपी विधानसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया.
हालांकि पीएमके नेताओं का दावा है कि सब कुछ ठीक है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं को डर है कि संस्थापक एस रामदास और उनके बेटे अंबुमणि, जो गठबंधन की रणनीति को लेकर असहमत हैं, विधानसभा चुनाव के समय तक सुलह नहीं कर पाएंगे.
भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस और टीएमसी के बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि अब जब प्रतिनिधिमंडल बन चुका है, तो सभी दलों को मिलकर एकजुट होकर दुनिया के सामने भारत का पक्ष रखना चाहिए.
नए बनाए गए ज़ोन प्रभारी पहले से ही अपने इलाकों में जाकर बूथ स्तर पर काम का जायजा ले रहे हैं. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि डीएमके 2026 के चुनाव को 2021 से ज़्यादा गंभीरता से ले रही है.
इस साल राज्य भर में स्थानीय निकाय चुनावों से पहले, राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कोल्हापुर जिले में स्थित सहकारी संघ के नियंत्रण को लेकर राजनीतिक रस्साकशी चल रही है.
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, नेतृत्व को लगता है कि विवाद जल्द ही शांत हो सकता है, लेकिन उन्हें हटाने से विपक्ष को फायदा होगा, जबकि देश ‘पाकिस्तान को मोदी सरकार द्वारा दिए गए करारे जवाब का जश्न मना रहा है’.
पूर्व राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि मोदी बिहार के मुख्यमंत्री इसलिए नहीं बने क्योंकि ‘वे लव-कुश सामाजिक गठबंधन में फिट नहीं बैठते थे.’ भाजपा नेता का कहना है कि यह नेतृत्व पर दबाव बनाने का प्रयास है कि वे उन्हें और उनके बेटे को चुनाव में शामिल करें.
मध्य प्रदेश में पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण आदिवासी चेहरा, भाजपा नेता अब कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ टिप्पणी के लिए आलोचनाओं के घेरे में हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई ‘निश्चित’ है.
हाईकोर्ट ने डीजीपी को एफआईआर दर्ज करने के लिए 4 घंटे की समयसीमा दी है, अन्यथा उन्हें अदालत की अवमानना की कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा. एमपी के मंत्री की आलोचना करते हुए कहा गया कि यह गटर की भाषा है.
आरएसएस इंदिरा गांधी की सरकार को किसी भी तरह गिराना चाहता था, लेकिन बाद में उसी “तानाशाह” इंदिरा गांधी से मेल-मुलाकात करने और तारीफें करने में उसे कोई नैतिक दुविधा नहीं हुई, जिन्होंने संघ के नेताओं को जेल में डाला था.
चंडीगढ़, तीन जुलाई (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए लुधियाना पश्चिम से नवनिर्वाचित विधायक संजीव...